राजस्थान/नवप्रदेश। Dr. Roman Saini : डॉ. रोमन सैनी के बारे में आज कौन नहीं जानता? राजस्थान के कोटपुतली का एक युवा, तेज-तर्रार और महत्वाकांक्षी लड़का, जिसने अपने पहले प्रयास में, वो भी मजह 22 साल की उम्र में ही UPSC की सिविल सर्विसेस परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल की थी और आईएएस ऑफिसर बन गए थे।
रोमन पेशे से डॉक्टर, सिविल सेवक, बिजनेसमैल और एक इंजीनियर पिता के सबसे छोटे बेटे हैं। उनकी मां गृहिणी हैं। रोमन जब 16 साल के थे, तब उनका 2008 में AIIMS में एमबीबीएस (MBBS) के लिए चयन हुआ था. वह छात्रों की तैयारी में मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। यहां तक कि अपने इंटरव्यू के दौरान भी वह अपना लैपटॉप लेकर आते थे।
हालांकि, अब आपको ऐसा लग रहा होगा कि उन्होंने यूपीएससी की तरफ अपना रुख क्यों किया। दरअसल, सिविल सेवा के लिए उनकी तैयारी के पीछे भारतीय गांवों की स्थिति थी। उन्होंने महसूस किया कि राष्ट्रीय राजधानी के पास के गांवों में भी लोगों को सरकारी संस्थानों और उनके निहित अधिकारों के बारे में बहुत कम जानकारी है। इससे उन्हें समाज के गरीब और वंचित वर्ग के लिए काम करने की प्रेरणा मिली और इसी को देखते हुए उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया।
उन्होंने अपनी तैयारी तब शुरू की जब वे ग्रेजुएशन के 5वें सेमेस्टर में थे। वे परीक्षा की तैयारी के लिए नियमित रूप से 6-7 घंटे पढ़ा करते थे। उन्होंने UPSC प्रीलिम्स परीक्षा 2013 के अपने पहले ही प्रयास में 400 में से 309 अंक प्राप्त किए थे।
रोमन सैनी की स्कूली शिक्षा जयपुर में हुई जहां उन्होंने 10वीं कक्षा में 85% और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में 91.4% अंक प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्होंने एम्स में एडमिशन लिया जहां से उन्होंने 62% के साथ MBBS में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। बता दें कि यूपीएससी परीक्षा में अपनी सफलता सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने मेडिकल साइंस को अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट (Optional Subject) के रूप में चुना और अपने क्लास नोट्स और इंटरनेट पर भरोसा किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने कहा कि सेल्फ इवेल्यूएशन के माध्यम से अपनी तैयारी को एग्जिक्यूट करने और मापने के लिए हमेशा एक फीजीबल प्लान बनाएं। परीक्षा में सफलता के लिए किसी कोचिंग की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उम्मीदवारों की सोच तर्कसंगत, तार्किक और नैतिक रूप से सही होनी चाहिए।
रोमन का ऑनलाइन शिक्षा में काफी गहरा विश्वास था, उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए इंटरनेट सबसे अच्छा सोर्स है, इसलिए सिविल सेवा में सफलता प्राप्त करने के बाद उन्होंने सिविल सेवा के उम्मीदवारों की सहायता के लिए एक ऑनलाइन वेबसाइट और यूट्यूब चैनल ‘अनएकेडमी’ (Unacademy) की शुरुआत की, हालांकि, इससे पहले उन्होंने IAS के पद से इस्तीफा दे दिया था।
आज हम सभी जानते हैं कि आम आदमी (Dr. Roman Saini) के बच्चों के लिए कोचिंग क्लास लेना काफी महंगा है और हर उम्मीदवार इसके लिए निवेश नहीं कर सकता है। ऐसे में अनएकेडमी आज लाखों बच्चों के लिए वरदान साबित हुआ है। बता दें कि आज से समय में रोमन सैनी की अनएकेडमी करीब 15,000 करोड़ की कंपनी बन गई है।