अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump India Tariff Cut Statement) ने संकेत दिया है कि भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही नया कारोबारी समझौता होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत आयात शुल्क में “काफी कटौती” करेगा।
व्हाइट हाउस में अमेरिका के नए राजदूत सर्जियो गोर को शपथ दिलाने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा, अभी भारत पर बहुत ज्यादा शुल्क है, क्योंकि वह रूस से तेल खरीदता रहा है। लेकिन अब जब भारत ने रूस से तेल की खरीद काफी कम कर दी है, तो हम शुल्क में बड़ी कटौती करेंगे। भारत की ओर से ट्रंप के इस बयान पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भारत पर उच्च शुल्क, पर अब समझौते की उम्मीद
ट्रंप प्रशासन ने भारतीय आयात पर 50 प्रतिशत तक का शुल्क लगाया था जो किसी भी देश पर लगाए गए सबसे ऊंचे शुल्कों में से एक है। अप्रैल से जुलाई 2025 के बीच अमेरिका ने कई देशों पर शुल्क बढ़ाए थे, लेकिन बाद में सभी देशों के साथ समझौते कर दरों में कटौती की। भारत फिलहाल अंतिम देश है, जिसके साथ समझौते की घोषणा लंबित है। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच होने वाला यह नया समझौता पहले से बिल्कुल अलग होगा। “हम भारत के साथ ऐसा व्यापार समझौता करेंगे जो दोनों देशों को पसंद आए। अभी भारतीय मुझे पसंद नहीं करते, लेकिन जल्द ही करेंगे,” उन्होंने मुस्कराते हुए कहा।
मोदी की तारीफ और ‘पुरानी सभ्यता’ की बात
ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, भारत एक बहुत पुरानी और शानदार सभ्यता है, जहां 1.5 अरब लोग रहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी एक दूरदर्शी नेता हैं। हम भारत के साथ विशेष व्यापारिक संबंध बनाने जा रहे हैं जो भविष्य की दिशा तय करेगा। उन्होंने आगे कहा कि यदि शुल्क में कटौती नहीं की गई तो भारत “वैसी ही आर्थिक परेशानी में रह सकता है जैसी पहले थी।
भारत की रणनीति, टिप्पणी नहीं, वार्ता जारी
भारत की नीति रही है कि वह ट्रंप के बयानों पर सार्वजनिक टिप्पणी न करे। प्रारंभिक चरण में भारत ने अमेरिकी शुल्क नीति को “अन्यायपूर्ण” बताया था, लेकिन अब वाणिज्य मंत्रालय और विदेश मंत्रालय दोनों ही ट्रंप प्रशासन के साथ शांतिपूर्वक बातचीत कर रहे हैं ताकि (Donald Trump India Tariff Cut Statement) से जुड़े नए व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जा सके। माना जा रहा है कि समझौते के बाद दोनों देशों के बीच रक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग में भी नए अवसर खुल सकते हैं।
नई दिल्ली में नया अमेरिकी चेहरा
सर्जियो गोर को भारत में अमेरिकी राजदूत नियुक्त करते हुए ट्रंप ने कहा, भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार है। यहां तेजी से बढ़ता मध्य वर्ग अमेरिकी निवेश के लिए नई संभावनाएं खोल रहा है। उन्होंने कहा कि सर्जियो गोर का मुख्य कार्य अमेरिकी ऊर्जा निर्यात बढ़ाना, रक्षा सहयोग को विस्तार देना और भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाई तक ले जाना होगा।

