रायपुर/नवप्रदेश। Doctor Strike Breaking : आज से स्वास्थ्य व्यवस्था छत्तीसगढ़ के शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में प्रभावित होगी। प्रदेश के सभी शासकीय कालेजों के इंटर्न, MBBS, जूनियर रेजिडेंट और बोंडेड सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर रहेंगे।
सुबह 8 बजे से ये डाक्टर हड़ताल पर चले जायेंगे, जिसकी वजह से ओपीडी सेवा बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। जानकारी के मुताबिक स्टाइपेंड बढ़ाने और बांड खत्म करने जैसे मुद्दों को लेकर डाक्टर हड़ताल पर जा रहे हैं।
अभी इंटर्न को 12,500 रुपये स्टाइपेंड
एमबीबीएस इंटर्न डाक्टर्स के स्टाइपेंड (Doctor Strike Breaking) में बढोत्तरी की मांग की है। दरअसल छत्तीसगढ में एमबीबीएस इंटर्न्स को सिर्फ 12.500 रूपये दिये जा रहे हैं। दूसरे राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ में इंटर्न डाक्टर का स्टाइपेंट बेहद कम है। पश्चिम बंगाल में इंटर्न को 29 हजार रुपये स्टाइपेंड दिया जा रहा है। उसी तरह उड़ीसा में 28 हजार, दिल्ली में 26 हजार, केंद्रीय संस्थानों में 23,500, झारखंड मं 23,500, हिमाचल प्रदेश में 20 हजार, बिहार में 20 हजार और गुजरात में 18, 200 में स्टाइपेंड दिया जा रहा है।
डाक्टरों की मांगे जायज पर हड़ताल का समर्थन नहीं : डॉ राकेश गुप्ता
इधर कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने डाक्टरों की हड़ताल को लेकर कहा कि डाक्टरों की मांगे जायज हैं, लेकिन हड़ताल का वो समर्थन नहीं करते। डॉ गुप्ता ने कहा कि इंटर्न डाक्टरों का स्टाइपेंड लंबे समय से नहीं बढ़ा है।
डाक्टर गुप्ता ने कहा कि, करीब-करीब सभी मांगे तर्क सम्मत है स्वास्थ्य क्षेत्र के अन्य वर्गों के साथ ही इनका निराकरण किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य क्षेत्र में हड़ताल और काम बंद अंतिम विकल्प (Doctor Strike Breaking) होना चाहिए।