रायपुर/नवप्रदेश। डीकेएस (dks super specialty hospital lift fail) सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में भर्ती गंभीर मरीजों (patient in trouble) को अब कितने दिन तक आसानी से एमआरआई, सीटी स्कैन व एक्सरे की सुविधा नहीं मिल पाएगी कहा नहीं जा सकता। ऐसा नहीं है कि हॉस्पिटल में ये उपकरण नहीं हैं या इन्हें ऑपरेट करने वाले लोग नहीं है।
जो मरीज (patient in trouble) चलकर इन उपकरणों तक ग्राउंड फ्लोर पर आ सकते हैं, उनका स्कैन तो हो रहा है, लेकिन जो मरीज गंभीर हालत में हैंं और जिन्हें एमआरआई या सीटी स्कैन की सख्त जरूरत है उन्हें यह सुविधा नसीब नहीं हो पा रही है। इसके पीछे की वजह है अत्याधुनिक सुविधा वाले डीकेएस (dks super specialty hospital lift fail) हॉस्पिटल में एक भी लिफ्ट का काम नहीं कर पाना।
डीकेएस (dks super specialty hospital lift fail) हॉस्पिटल में तीन लिफ्ट हैं, लेकिन सोमवार 20 दिसंबर से मरीजों को एक भी मयस्सर नहीं हो पा रही है। खास बात यह भी है कि दो लिफ्ट तो पहले से ही खराब हैं, वहीं सोमवार को तीसरी भी खराब हो गई। स्थिति ये बन गई कि सेकंड व थर्ड फ्लोर के जरूरतमंद व गंभीर मरीजों को ग्राउंड फ्लोर पर सीटी स्कैन व एमआरआई के लिए लाना मुश्किल हो गया।
बने है रैंप पर मरीजों को लाना चुनौती
अस्पताल में लिफ्ट बंद होने की स्थिति में मरीजों को ग्राउंड फ्लोर पर लाने व यहां से मरीजों को उनके वार्ड तक ले जाने के लिए रैंप बने हुए हैं। लेकिन अस्पताल के वार्ड बॉयज का कहना है कि इन रैंप से व्हील चेयर पर ले जा सकने वाले मरीजों को लाना ही चुनौती भरा काम है। बहुत ज्यादा मोड़ होने के कारण स्ट्रेचर वाले मरीजों, खासकर भारी-भारीकम को तीन लोगों द्वारा लाना भी मुश्किल होता है। वार्ड बॉयज का कहना है कि ऐसे मरीजों को दो लोगों द्वारा लाने का रिस्क नहीं लिया जा सकता, लिहाजा लिफ्ट सुधरने का इंतजार किया जा रहा है।
लिफ्ट ही नहीं कुछ एसी भी बंद, सुधरवाने का जिम्मा सीजीएमएससी का : अस्पताल प्रबंधन
पूरे मामले का एक और रोचक पहलू यह भी है कि लिफ्ट और अन्य उपकरणों को लेकर डीकेएस अस्पताल प्रबंधन व छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (सीजीएमएस) आमने सामने हैं। डीकेएस अस्पताल के एडिशनल सप्रीटेंडेंट डॉ. हेमंत शर्मा का कहना है कि अस्पताल में लगी लिफ्ट के साथ एयर कंडिशनर्स अभी वारंटी पीरियड में है।
इसलिए इनके रखरखाव का जिम्मा अस्पताल निर्माण के साथ यहां ये सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले सीजीएमएस का है। शर्मा ने यह भी कहा कि तीसरी लिफ्ट खराब होने के बारे में उन्हें सोमवार सुबह ही पता चला है। तीनों लिफ्ट को अब अस्पताल प्रबंधन अपने स्तर पर दुरुस्त करवा रहा है। शर्मा ने यह भी कहा कि अस्पताल के बंद पड़े एसी को लेकर सीजीएमएससी को 32 बार पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अस्पताल प्रबंधन की ओर से सीजीएमएससी से इन उपकरणों की टेंडर प्रक्रिया से जुड़े दस्तावेज भी मंगाए गए हैं।
इनका कहना है
अस्पताल में तीसरी लिफ्ट खराब होने की जानकारी मिली है। इसे सुधरवाने का जिम्मा सीजीएमएससी का है, लेकिन हम तीनों लिफ्ट को अपने स्तर पर दुरुस्त करवा रहे हैं। रैंप से मरीजों को लाने-ले जाने की व्यवस्था की जा रही है।
– डॉ. हेमंत शर्मा, एडिशनल सुप्रीटेंडेंट, डीकेएस हास्पिटलमैं इस मामले को लेकर संबंधितों से पता करवाता हूं ।
–भुवनेश यादव, एमडी, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (अस्पताल प्रबंधन द्वारा लिफ्ट सुधारने की जिम्मेदारी सीजीएमएससी की बताए जाने संबंधी सवाल पर)