-दिवाली में तीन राशियों के बन रहे है राजयोग
Diwali Astro 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि राशि के अनुसार धातु धारण की जाए तो वह विशेष फलदायी होती है। प्रत्येक धातु का अपना-अपना महत्व होता है। राशि के अनुसार इसका प्रयोग व्यक्तित्व पर विशेष प्रभाव दिखाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोना, चांदी, तांबा, कांसा आदि धातुएं पहनने की सलाह दी जाती है। इन सभी धातुओं का अलग-अलग महत्व है। आज हम जानने वाले हैं कि सोने के इस्तेमाल से किन राशियों को फायदा होगा।
ज्योतिष शास्त्र में सोना पहनने के कई फायदे बताए गए हैं। अगर सोने की अंगूठी तर्जनी उंगली में पहनी जाए तो व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है। राजयोग (Diwali Astro 2024) में भी सोने की अंगूठी उपयोगी मानी जाती है। अगर किसी व्यक्ति को अपने व्यवहारिक कार्यों में बाधाएं महसूस होती हैं तो ऐसे लोगों को अनामिका उंगली में सोने की अंगूठी पहननी चाहिए। बेशक यह नियम सभी राशियों पर लागू नहीं होता है, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह उपाय लाभकारी है। आइए जानें वह राशि!
निम्नलिखित राशियों के लिए सोना विशेष लाभकारी है:
सिंह राशि: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सिंह राशि के लोगों के लिए सोना शुभ होता है। इन लोगों को अच्छे भाग्य के लिए सोने की अंगूठी पहनने की सलाह दी जाती है। यह राशि अग्नि तत्व की राशि है और इसका स्वामी सूर्य है। इसलिए इस राशि के लोगों के लिए सोना फायदेमंद होता है। दिवाली के मौके पर ये तीन राशि वाले जरूर सोने की अंगूठी खरीदने पर विचार करेंगे। जिसका उनको फायदा होगा।
कन्या राशि: ज्योतिषियों का मानना है कि इस राशि के लोग विलासितापूर्ण जीवन के शौकीन होते हैं। और इसी शौक को पूरा करने के लिए उन्हें सोना पहनने की सलाह दी जाती है। ये लोग सोने की अंगूठी, कंगन या चेन पहन सकते हैं। इस राशि के लोगों की कुंडली में बृहस्पति पंचम और सप्तम भाव का स्वामी होता है। ऐसे में गुरु के शुभ प्रभाव के लिए सोने के आभूषण पहनना लाभकारी होता है।
तुला राशि: इस राशि के जातक सोने की धातु धारण करेंगे तो इनकी किस्मत बदल जाएगी। इन्हें खासतौर पर सोने की अंगूठी पहनने की सलाह दी जाती है। चूँकि इस राशि का स्वामी शुक्र है इसलिए इन्हें स्वर्ण अयस्क धारण करना चाहिए। उनका दिमाग स्थिर रहता है और उनका करियर आगे बढ़ता है।
इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य राशि के लोगों को सोने के आभूषण नहीं पहनने चाहिए, बल्कि आपकी राशि के अनुकूल धातु का प्रयोग राजयोग का कारक हो सकता है।