मुरैना/नवप्रदेश। Dirty Things in School : बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम को निरीक्षण के दौरान मिशनरीज स्कूल के प्राचार्य के कमरे से कुछ ऐसी आपत्तिजनक सामग्री मिली कि जिन्हें देखकर सभी हैरत में पड़ गए। कमरे के अंदर रखे कार्टून में शराब की बोतले और आपत्तिजनक सामग्री थी। ये पूरा मामला मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के सबसे महंगे कहे जाने वाले स्कूल सेंट मैरी का है। प्राचार्य (फादर) का नाम डायनोसियस आरबी है, जिनका आवास भी स्कूल भवन में ही था।
मप्र बाल अधिकार संरक्षण अयोग की टीम ने शनिवार सुबह मुरैना के मिशनरीज स्कूल सेंट मैरी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षा विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। संयुक्त निरीक्षण दल को सेंट मेरी स्कूल अनियमितताएं मिलीं। विद्यालय परिसर में शराब, अश्लील साहित्य व क्लास रूम से अटैच कमरों में आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई। यहां स्कूल के एक हिस्से में बने भवन में महंगी अंग्रेजी शराब का 19 बोतलों के अलावा एक कंडोम जब्त किया गया। भवन में स्कूल के प्रिंसीपल (फादर) रहते थे। उनके खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा में केस दर्ज किया गया है। जिला प्रशासन ने स्कूल को सील कर दिया है।
आवासीय कमरे में मिली आपत्तिजनक सामग्री
दरसअल, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ निवेदिता शर्मा अपनी टीम के साथ शनिवार को निरीक्षण में मुरैना पहुंची थी। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी के साथ ग्वालियर हाइवे पर स्थित मिशनरीज स्कूल सेंट मैरी पहुंची। स्कूल के निरीक्षण के दौरान निवेदिता शर्मा स्कूल के प्रिंसिपल डायनोसियस आरबी के आवास और उससे सटे कमरे में भी पहुंची। आवास के कमरे की तलाशी ली गई तो एक कार्टून में कुछ ऐसी वस्तुएं मिली कि जिसे देखकर सभी की आंखे फटी की फटी रह गई। कार्टून में महंगी शराब की कई बोतलें और कंडोम के पैकेट सहित आपत्तिजनक सामग्री थी।
मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डा. निवेदिता शर्मा, बाल अधिकार संरक्षण समिति के जिलाध्यक्ष आलोक राजावत, सदस्य जितेंद्र डंडोतिया, जिला शिक्षा अधिकारी एके पाठक, महिला एवं बाल विकास विभाग के डीपीओ एमएस अंब ने शनिवार को सेंट मेरी स्कूल का औचक निरीक्षण किया। स्कूल की पहली और दूसरी मंजिल के क्लासरूम, लाइब्रेरी, शौचालय से लेकर अन्य परिसर का निरीक्षण करने के बाद टीम स्कूल के मुख्य भवन के एक हिस्से में बने भवन के अंदर दाखिल हुई। अंदर जाकर देखा तो यह आवासीय परिसर था, जिसमें अलग-अलग जगह 12 पलंग लगे हुए थे। इसी भवन के एक हिस्से में स्कूल प्रिंसीपल (फादर) डायनोसियस आरबी का आवास था।
आवासीय कक्ष से कंडोम भी मिला
कमरे का निरीक्षण करने पर यहां महंगी ब्रांड की अग्रेजी शराब की आठ बोतलें मिलीं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे की तलाशी ली, तो इस दौरान एक कार्टून में 19 शराब बोतलें और एक कंडोम भी मिला। इस आवास के लिए प्रिंसीपल आफिस से लेकर स्कूल की हर मंजिल और लाइब्रेरी तक से जाने का रास्ता था। एक रास्ता स्कूल मैदान की ओर खुलता था। टीम ने इन रास्तों को खुफिया माना है। कार्रवाई के बाद हिंदू जागरण मंच ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन भी किया।
मामले में प्रिंसीपल डायनोसियस आरबी का कहना था कि आवासीय परिसर स्कूल से बाहर है। वह शराब नहीं पीते पर मार्च में सस्ती मिल रही थी, इसलिए स्टाफ व अन्य किसी को देने के लिए खरीद ली। इनमें से अधिकांश बोतले खाली हैं। कंडोम कहां से आ गया, यह उनकी जानकारी में नहीं है। जिला शिक्षा अधिकारी एके पाठक का कहना है कि मान्यता अधिनियमों के तहत स्कूल पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल स्कूल सील कर दिया गया है।
मप्र. महिला बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डा. निवेदिता शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह रुटीन निरीक्षण था, स्कूल में इस तरह आवास बनाकर रहने की अनुमति नहीं होती। इस आवास के एक हिस्से में जितनी शराब मिली है, वह अपराध है। निरीक्षण में कंडोम भी मिला है। पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे हैं, लेकिन इस हिस्से के रास्तों व अन्य जगहों पर कैमरे भी नहीं। कलेक्टर को स्कूल की मान्यता निरस्त करने के लिए रिपोर्ट दी (Dirty Things in School) जाएगी।