Site icon Navpradesh

Digvijay Nagar : राजनांदगांव बनेगा अब दिग्विजय नगर, जिले के अधिवक्ता, चिकित्सक और चार्टर्ड अकाउंटेंट समूह का समर्थन

Digvijay Nagar,

राजनांदगांव, नवप्रदेश। जिले के वरिष्ठ चिकित्सक अधिवक्ता और चार्टर्ड अकाउंटेंट के समूह ने राजनांदगांव बने दिग्विजय नगर की मुहिम को अपना समर्थन (Digvijay Nagar) दिया है आज शहर के वर्धमान नगर स्थित कम्युनिटी हॉल में आयोजित संगोष्ठी में जिले के वरिष्ठ चिकित्सक अधिवक्ता गण और चार्टर्ड अकाउंटेंट के समूह ने दिग्विजय नगर बनाने जाने को लेकर चली आ रही मुहिम का पुरजोर समर्थन (Digvijay Nagar) किया है।

अलग-अलग पेशे से आने वाले वरिष्ठ लोगों ने एकमत होकर महंत राजा दिग्विजय दास के शिक्षा स्वास्थ्य और समाज के क्षेत्र में किए गए कामों को गिनाते हुए जिले का नाम उनके नाम पर रखे जाने को लेकर अपनी (Digvijay Nagar) सहमति दी है।

राजनांदगांव बने दिग्विजय नगर मुहिम के लिए जिले के वरिष्ठ चिकित्सक, अधिवक्ता और चार्टर्ड अकाउंटेंट संगठन से जुड़े लोग आज वर्धमान नगर स्थित कमेटी हाल में आयोजित संगोष्ठी में शामिल हुए।

संगोष्ठी का शुभारंभ स्वर्गीय महंत राजा दिग्विजय दास के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद मंच पर विराजमान अतिथि के रूप में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अरुण दीक्षित ने संगोष्ठी को संबोधित किया अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि महंत राजा दिग्विजय दास का चिकित्सा के क्षेत्र में काफी बड़ा योगदान है

आज जिले में जो लोग उनकी लंबे समय से स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं उनमें बहुत से चिकित्सक राजा के बसाए जगह पर ही हैं। उन्होंने कहा कि महंत राजा दिग्विजय दास के कामों को शब्दों में गिनाया नहीं जा सकता।

कांग्रेस प्रवक्ता ने भी दिया अपना समर्थन

जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रूपेश दुबे ने भी दिग्विजय नगर मुहिम को अपना समर्थन दिया है उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि राजनांदगांव शहर महंत राजा दिग्विजय दास और पूर्वर्ती राजाओं का ऋणी है जिनकी दूरगामी सोच के चलते आज व्यवस्थित बसावट वाले शहर की गिनती में जिले का नाम आता है

उन्होंने कहा कि महंत राजा दिग्विजय दास को सच्ची श्रद्धांजलि देने का इससे बेहतर जरिया और कोई नहीं हो सकता कि राजनांदगांव जिले का नाम उनके नाम पर दिग्विजय नगर किया जा सके उन्होंने मंच से आश्वासन दिया कि निश्चित रूप से भी समिति की मांग को सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगे।

लगातार मांगा जा रहा समर्थन-सुझाव

बता दें कि महंत राजा दिग्विजय दास की स्मृति में राजनांदगांव जिले के नाम को उनके नाम पर “दिग्विजय नगर” किए जाने की मांग की जा रही है इस मांग को जिले भर की जनता से व्यापक जन समर्थन भी मिल रहा है लगातार जिले के लोग दिग्विजय नगर समिति के सदस्यों से संपर्क कर अपना समर्थन दे रहे हैं वही सोशल मीडिया के माध्यम से भी बड़ी संख्या में लोग अपना जनसमर्थन समिति को दे रहे हैं.

 जन समर्थन के लिए जनता तक पहुंचेंगे

समिति के अध्यक्ष दुष्यंत दास ने बताया कि पूर्व में सर्व सामाजिक संगठन को एक मंच पर लाकर उनके सुझाव मांगे जा चुके हैं। इसके पूर्व भी सर्व समाज प्रमुखों की एक बैठक लेकर उनसे जन समर्थन मांगा गया था जिसमें बेहतर प्रतिसाद समिति को मिला है

इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए लगातार आयोजन कर समाज के अलग-अलग क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के समूह से मिलकर उनसे समर्थन और सुझाव मांगा जा रहा है इसी क्रम में रविवार को भी जिले के चिकित्सक अधिवक्ताओं और चार्टर्ड अकाउंटेंट समूह से समर्थन और सुझाव मांगे गए हैं संगोष्ठी में उपस्थित होकर इन तीनों ही वर्गों के लोगों ने मंच से अपने विचार साझा किए और दिग्विजय नगर बनाए जाने को लेकर चल रही मुहिम को अपना समर्थन दिया है

उन्होंने बताया कि जल्द ही अब दिग्विजय नगर समिति के सदस्य जनता से सीधे समर्थन मांगने के लिए रूपरेखा तैयार कर रहे हैं और जनता के बीच जाकर समर्थन और सुझाव के अभियान को तेज किए जाने की तैयारी है।

कार्यक्रम का सफल संचालन शहर के समाजसेवी शरद श्रीवास्तव ने किया वहीं आभार प्रदर्शन वरिष्ठ अधिवक्ता गजेंद्र बक्शी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कस्तूरबा महिला मंडल अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता शारदा तिवारी इतिहासकार गणेश शंकर शर्मा,चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष राजा मखीजा, छत्तीसगढ़ राजपूत महासभा के अध्यक्ष संजय बहादुर सिंह, संजय रिजवानी, राकेश सेठिया, छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रतुल कुमार वैष्णव,

अजय सिंघी, राजेश बाफना, प्रफुल कोठारी, एसके त्रिवेदी, केपी सिंह, मनमोहन तिवारी, कृष्ण कुमार सिंह, कपिल सिंह, रूपेश दुबे, आरके दुबे, राजीव शुक्ला, प्रकाश कांकरिया, डॉ अरुण देवांगन, शारदा तिवारी, डॉ एस बख्शी, अरुण गंगवाल, प्रवीण पारख सहित अन्य मौजूद रहे।

Exit mobile version