धौलपुर। धौलपुर शहर (Dhaulpur City) से लगे हुए दरियापुर (Dariyapur) की गौरव कॉलोनी में रहने वाले एक परिवार में पिता और बेटे की सांप (Father and son die of snake bite in family) कांटने से मौत हो गई। मौत के बाद परिजन उन्हें अपस्ताल की बजाय तांत्रिकों के पास ले गए जहां झाड़-फूंक करवाते रहे। लेकिन दोनों की मौत हो गर्ई। इस बीच ग्रामीणों ने सपेरे को बुलाकर उस सांप को पकड़ा लिया।
देश भी अभी अंधविश्वास को इतना महत्व दिया जाता है। युवक की पत्नी ने श्मशान में ही उस सांप के सामने सिंदूर और सुहाग का सामान रखकर अपने मृत पति और बेटे को जिंदगी वापस मांगने लगी। सांप ने जैसे ही उस सामग्री को सूंघा तो वहां मौजूद लोगों को लगा कि अब सांप मान गया है और मृतकों की जान बख्श देगा।
गुस्साए ग्रामीणों ने सांप को मार दिया
फिर क्या था, लोग तुरंत सांप को पकड़कर चिता पर ले गए। सांप को चिता पर छोड़कर उम्मीद करने लगे कि वह पिता-बेटे का जहर वापस चूस ले। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ, बल्कि सांप पलटकर वहां से भागने लगा। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने उस सांप को वहीं मार दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
शवों का पोस्टमार्टम कराया
पुलिस पिता-पुत्र के शवों को चिता से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी। वहां मौजूद ग्रामीणों ने शवों को नहीं ले जाने दिया। दोपहर लगभग 3 बजे सदर थाना पुलिस दरियापुर पहुंची और सपेरे और बायगीरों को खदेड़ा। इसके बाद शवों का पोस्टमार्टम कराया।
परिजनों ने पार की अंधविश्वास की पराकाष्ठा
पिता-बेटे के शवों का अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट पहुंचे परिजनों को कुछ लोगों ने कहा कि चित्तोरा गांव में एक झांडफूंक करने वाला तांत्रिक है, जो इन्हें जिंदा कर देगा। यह सुनते ही परिजनों ने अंधविश्वास में पड़कर चिता पर रखे पिता-बेटे के शव निकाल लिए। इसके बाद फिर झाड़-फूंक का खेल शुरू हो गया। इस बीच, पुलिस भी वहां पहुंच गई।
पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई
श्मशान घाट में तमाशबीनों की भीड़ तो थी ही मौके पर सदर थाने का पुलिस दल भी तैनात था। लेकिन, पुलिस कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। जब एडिशनल एसपी बचन सिंह मीणा वहां पहुंचे तो उन्होंने पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई और चिता से दोनों के शव निकलवाए।
जागरूकता अभियान चलाया जाएगा
जिला कलेक्टर राकेश जायसवाल का कहना है कि पुलिस को झाडफ़ूंक करने वाले बायगीर, भोपा और तांत्रिकों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। इस तरह अंधविश्वास की वजह से सांप काटने के मामलों में फिर किसी की जान न जाए, इसलिए दोषियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। लोगों में अंधविश्वास दूर करने के लिए गांवों में जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, ताकि लोग सांप के काटने पर रोगी को सीधे अस्पताल लेकर जाएं।