नई दिल्ली, नवप्रदेश। इस बार धनतेरस 23 अक्टूबर को है। हालांकि धनतेरस की खरीदारी आज यानी शनिवार से ही शुरू हो जाएगी। इसकी वजह ये है इस बार सिद्धि सर्वार्थ और त्रिपुष्कर योग समेत कई शुभ संयोग बन रहे हैं।
जिसमें कोई भी चीज खरीदना बहुत शुभ माना (Dhanteras Shopping) जाता है। इस शुभ संयोग में खरीदारी और शाम के वक्त मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव की पूजा करने से परिवार को विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है।
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक आज शनिवार को द्वादशी युक्त त्रयोदशी है। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र दिवा 1:30 बजे तक पश्चात उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र मिल रहा है, जिसके चलते इस वर्ष त्रिपुष्कर योग बन रहा है।
जिसे बहुत शुभ माना जाता (Dhanteras Shopping) है। आज 6:02 बजे त्रयोदशी लगेगी और 23 अक्तूबर की शाम 6:03 बजे तक लोग शुभ मुहूर्त में खरीदारी कर सकेंगे।
आप 22 अक्तूबर को त्रिपुष्कर योग में सोने चांदी के आभूषण या पूजन सामग्री खरीद सकते हैं। जबकि 23 अक्तूबर को धनतेरस पर कुर्सी, आभूषण, वाहन, जमीन, मकान, बर्तन खरीद सकते हैं।
अगले दिन यानी 24 अक्टूबर को इस बार नरक चतुर्दशी और दिवाली एक साथ पड़ रही हैं। लिहाजा इस दिन आप खरीदारी के बजाय भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की आराधना में दिन (Dhanteras Shopping) बिताएं।
पुराणों में कहा गया है कि धनतेरस वाले दिन धातुओं से जुड़ा सामान ही खरीदना चाहिए। ग्रंथों में 5 प्रमुख धातुएं बताई गई हैं, उनमें से आज कोई एक धातु ही आज खरीदनी चाहिए।
महिलाएं चाहें तो सोने-चांदी से जुड़ा कोई आभूषण या बर्तन खरीद सकती हैं। वहीं पढ़ने-लिखने वाले युवाओं को काले रंग की पेन और एक नोटबुक खरीदना शुभ रहता है। शाम के वक्त मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का स्मरण कर उनकी आराधना करनी चाहिए।
आचार्यों के मुताबिक धनतेरस पर पूजा-अर्चना मुहूर्त के हिसाब से करना शुभ रहता है। जो लोग अपना कारोबार करते हैं, वे अपने व्यापारिक स्थल पर ही गोधूलि बेला वृष लग्न में पूजा करें। इस बार यह मुहूर्त शाम 6:44 से 8:41 तक है।
वहीं रात्रि काल में सिंह लग्न 1:12 बजे से 03:26 बजे तक रहेगा। इस लग्न में भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और कुबेर जी का पूजन करने से कारोबार सालभर बढ़ता रहता है।