डिप्टी कलेक्टर के पहुंचने पर किया रिहा, मांगों का सौंपा ज्ञापन
कवर्धा/सोमवार। धान खरीदी (dhan kharidi) को लेकर अपनी मांगें मनवाने के लिए पनेका के किसानों (farmer) ने सोमवार को तहसीलदार (tehsildar) मनोज रावटे को बंधक (hostage) बना लिया।
आलम ये बन गया कि तहसीलदार को छुड़ाने के लिए डिप्टी कलेक्टर को मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचना पड़ा। किसानों के मुताबिक धान खरीदी (dhan kharidi) के लिए बनाए गए नियमों के विरोध में उन्होंने यह कदम उठाया।
नियमों से परेशानी
उल्लेखनीय है कि कुछ नियमों की वजह से आ रही परेशानियों के चलते रविवार को भी जोगी कांग्रेस की अगुवाई में किसानों ने बिलासपुर नेशनल हाईवे पर चक्काजाम आंदोलन किया था।
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आंदोलनकारी किसानों (farmer) का कहना है कि धान की खरीदारी (dhan kharidi) पहले से कम कर दी गई है। आए दिन नए-नए नियम बनाए जा रहे हैं जिनसे किसानों को दिक्कते हो रही हैं।
इसके मद्दनेजर सोमवार को किसानों (farmer) ने सोमवार को पनेका सोसायटी में धान खरीदी का निरीक्षण करने पहुंचे तहसीलदार (tehsildar) रावटे को अपनी मांगें मनवाने के लिए बंधक (hostage) बना लिया। इस दौरान किसानों ने सोसायटी में धान खरीदी बंद करा दी।
पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे डिप्टी कलेक्टर
जिला प्रशासन को इसकी जानकारी मिलने पर तहसीलदार (tehsildar) को छुड़ाने के लिए डिप्टी कलेक्टर अनिल सिदार को रवाना किया गया।
डिप्टी कलेक्टर अपने साथ कोतवाली कवर्धा, पिपरिया थाना और दशरंग चौकी से पुलिस फोर्स लेकर पहुंचे। तब जाकर किसानों ने तहसीलदार को रिहा किया और डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांग रखी।
दर्जनभर से ज्यादा सोसायटियों में किसानों ने जड़ दिया ताला
धान खरीदी में अनियमितता का आरोप लगाते हुए किसानों ने सोमवार को जिले की दर्जनभर से जयादा सोसायटियों में ताला जड़ दिया। पनेका के आस-पास के 8 से 9 गांवों के किसानों ने सोसाइटी में धान नहीं बेचने का निर्णय किया है। किसान लगातार ज्यादा धान खरीदी करने की मांग कर रहे हैं।
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