नयी दिल्ली । Deepender Singh Hooda: कांगेस के दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को राज्य सभा में आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण विकास कार्य बाधित हो गया और बड़े पैमाने पर लोग बेरोजगार हो गये।
श्री हुड्डा (Deepender Singh Hooda) ने वित्त विधेयक पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) लुढ़क कर 23.9 प्रतिशत ऋणात्मक हो गया था। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के पहले ही अर्थव्यवस्था पटरी से उतरने लगी थी। वर्ष 2018 से 2020 के दौरान अर्थव्यवस्था आठ प्रतिशत से घटकर तीन प्रतिशत पर आ गयी।
उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के 10 साल के कार्यकाल के दौरान जीडीपी 7.8 प्रतिशत थी जबकि मोदी सरकार के छह साल के दौरान यह 6.8 प्रतिशत पर आ गयी है।
उन्होंने कहा कि यूपीए के दौरान औद्योगिक विकास दर 14 प्रतिशत और मांग 24 प्रतिशत थी जबकि अब यह घटकर नौ प्रतिशत हो गया है। इसी तरह से यूपीए के दौरान निर्यात 21 फीसदी वार्षिक थी जो अब तीन प्रतिशत हो गयी है।