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कोरोना के बावजूद अगले वर्ष तय समय पर आ जाएगा CBSE बोर्ड रिजल्ट

Despite Corona, CBSE Board Result will come on time next year

CBSE

नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड (CBSE) 10वीं और 12वीं के सिलेबस को दो भागों में बांट चुका है। परीक्षा भी दो सत्रों में ली जाएगी, लेकिन फिर भी बोर्ड छात्रों के आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्टस पर फोकस करेगा। कोरोना संक्रमण के कारण यदि सीबीएसई बोर्ड (2 में से) किसी एक सत्र की परीक्षा नहीं ले सका तो भी अगले साल बोर्ड कक्षाओं का परिणाम सही समय पर घोषित किए जा सकेगा। ऐसे स्थिती में आधे पाठ्यक्रम के आधार पर हुई परीक्षाओं और आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट घोषित किया जा सकता है।

शिक्षा मंत्रालय के लिए अगले साल होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा एक बड़ा मुद्दा है। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा और परीक्षा परिणाम प्रक्रिया के समाधान की दिशा में शिक्षा विशेषज्ञ और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी अभी से जुट गए हैं।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए सीबीएसई ने 10वीं एवं 12वीं कक्षा का सिलेबस दो हिस्सों में बांट चुका है। सीबीएसई (CBSE) के शिक्षा निदेशक जोसेफ इमैनुएल द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, पहले टर्म की परीक्षा नवंबर-दिसंबर, 2021 में होगी जबकि दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च-अप्रैल, 2022 में होगी।

इन परीक्षाओं में बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न (एमसीक्यू) होंगे। पहले सत्र में सीबीएसई प्रश्नपत्र और मूल्यांकन की योजना स्कूलों को भेजेगा। पहले के अंत में बोर्ड नवंबर-दिसंबर, 2021 में चार से आठ सप्ताह की समय सीमा में परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा।

दूसरी परीक्षा मार्च-अप्रैल में आयोजित की जाएगी। यह परीक्षाएं बाहर से आए परीक्षकों और सीबीएसई द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की निगरानी में होंगी। विद्यार्थी प्रश्नों का उत्तर ओएमआर शीट पर भरेंगे। इन शीट को स्कैन करने के बाद सीधे-सीधे सीबीएसई की वेबसाइट पर अपलोड किया जा सकता है। मार्च-अप्रैल 2022 में बोर्ड द्वारा तय परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा होगी।

इस सब के बावजूद सीबीएसई (CBSE) आंतरिक मूल्यांकन एवं प्रोजेक्ट पर विशेष ध्यान देगी। अगर परीक्षा के लिए हालात फिर अनूकूल नहीं होती हैं तो दूसरे टर्म के अंत में भी एमसीक्यू आधारित परीक्षा करायी जा सकती है।

सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि पहली बार जब कोविड आया तो हमने अपनी तैयारी तभी शुरू कर दी थी। लेकिन कोविड की पहली लहर जाने के बाद हमें लगा था कि अब हम सामान्य प्रक्रिया अपना सकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब हमने जो प्रक्रिया बनाई है उसके तहत छात्रों की दो बार परीक्षा ली जाएगी।

हम प्रयास करेंगे कि छात्रों की परीक्षा दो बार ली जा सके। यदि पहला एग्जाम ही हो सके तो बहुत अच्छा है और यदि दूसरा एग्जाम हो सके तो भी बहुत अच्छा है। हम इन तैयारियों के आधार पर अगले वर्ष छात्रों का रिजल्ट घोषित कर सकेंगे।

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