आंबेडकर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. आशीष सिन्हा पर बैठी जांच, 6 साल बाद भी एक करोड़ 62 लाख का हिसाब नहीं
रायपुर/नवप्रदेश। Department Of Community Medicine : सबसे बड़े शासकीय अस्पताल में बड़ी वित्तीय अनियमित्ता के आरोपी डॉ. आशीष सिन्हा को सह प्राध्यापक पद पर पदोन्नति तो हासिल हो गई। लेकिन अब उनपर सामुदायिक चिकित्सा विभाग अर्थात कम्यूनिटी मेडिसीन विभाग को अब तक उनके कार्यकाल की वित्तीय जानकारी नहीं दी गई है।
जांच से प्रथम दृष्टिया खाते के परीक्षण में पता चला कि इतनी बड़ी राशि में से 18 लाख 67 हजार 590 रुपए कैश, 27 लाख 89 हजार 901 सेल्फ तथा 38 लाख 91 हजार 522 हजार रूपए पर्सनल अकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं। सामुदायिक चिकित्सा विभाग में यूनिसेफ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों तथा अन्य योजनाओं की राशि आती है।
प्रदेश के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल में बड़ी वित्तीय अनियमित्ताओं का यह मामला स्वास्थ्य विभाग में चल रही सरकारी राशि की हेरफेर का एक नमूना मात्र है। चिकित्सक डॉ. आशीष सिन्हा पर एक करोड़ 62 लाख रुपए का हिसाब नहीं दिए जाने के कारण जांच कमेटी बैठा दी गई है। मामला सामुदायिक चिकित्सा विभाग से जुड़ा हुआ है। डॉ. आशीष सिन्हा इस विभाग के प्रमुख के तौर पर जुलाई 2014 से मई 2018 तक चार वर्ष कार्यरत रहे।
जांच प्रतिवेदन 5 दिनों में करना था प्रस्तुत
अस्पताल प्रबंधन ने जारी आदेश में कहा गया है कि सामुदायिक चिकित्सा विभाग के जिस खाता क्रमांक से राशि निकाली गई है, उससे संबंधित कैशबुक, लेजर खाता, वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट, चेक बुक रजिस्टर, आय-व्यय का ब्योरा, संबंधित बिल वाउचर इत्यादि आवश्यक कार्यालयीन दस्तावेज विभाग को उपलब्ध कराने निर्देशित किया गया।
बावजूद इसके डॉ. आशीष कुमार सिन्हा द्वारा आज विभाग को विभागीय दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया है। जबकि इस दौरान एक बार डॉ० आशीष कुमार सिन्हा का स्थानांतरण होकर कार्यमुक्त हो चुके है। जबकि अधिकतम 5 दिनों के अंतराल में जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है।