रायपुर/नवप्रदेश। Dengue : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। डेंगू धीरे-धीरे पूरे जिलेभर में पैर पसार रहा है। अभी दो दिनों में 17 नए डेंगू के मरीज मिले थे। अब डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल के वायरोलॉजी लैब से 24 घंटे में डेंगू की एलाइजा टेस्ट रिपोर्ट आने लग गई है। तेजी से जांच होने का लाभ देखने को मिल रहा है। बीते दिन भेजे गए 25 सैंपल की जांच में 23 डेंगू रोधी मिले हैं। एक दिन में इतने मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है।
अभी एक हफ्ते पहले ही डेंगू (Dengue) के दो मरीजों की मौत की जानकारी छिपाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी के दो अस्पतालों को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जानकारी मांगी थी। अब लगातार डेंगू के मामले बढ़ने से जनता ही नहीं स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है।
लगातार ट्रेसिंग कार्य जारी : डॉ. मीरा बघेल
जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मीरा बघेल ने बताया कि लगातार जिन क्षेत्रों में मरीज मिल रहे हैं, वहां ट्रेसिंग का कार्य कर रहे हैं। दवा का छिड़काव करवा रहे हैं। शिविर लगाकर टेस्ट भी किया जा रहा है। डेंगू पॉजिटिव मरीजों का रिपोर्ट एलाइजा टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है। एलाइजा रिपोर्ट में पॉजिटिव मिलने पर डेंगू कंफर्म होता है।
अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी जानकारी
ज्ञात हो कि बीते शनिवार को समता कॉलोनी स्थित पेटल्स हॉस्पिटल में चूणामणि वार्ड निवासी महेश पनिका की 13 वर्षीय बेटी भावना की मौत हो गई। वहीं रविवार को अभनपुर विकासखंड के लमकेनी निवासी दीपक दीवान की लालपुर स्थित एमएमआई हॉस्पिटल मौत हुई। परिजनों के मुताबिक दोनों को डेंगू था। ये जानकारी अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी थी। जबकि नियम के मुताबिक कोरोना और डेंगू की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देना अनिवार्य है। मरीजों की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया तो खबर मीडिया में चली, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू की है।
जांच में तेजी
डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अस्पताल में डेंगू के संक्रमित (Dengue) मरीजों की तेजी से स्क्रीनिंग भी की जा रही है। डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल की वायरोलॉजी लैब से मिली जानकारी के अनुसार नर्सें दिन रात जांच में लगी हुई हैं।डेंगू से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग भी लगातार हर संभव प्रयास कर रहा है। तेजी से जांच से लेकर दवा का छिड़काव कर रहे है। विभाग उन इलाकों को टारगेट कर रहा है जहां मरीज मिल रहे हैं। अस्पताल में भी तेजी से एलाइजा टेस्ट किया जा रहा है, ताकि जल्द ही इस पर काबू पाया जा सके। तेजी से जांच होने के फायदे यह हुआ कि बीते दिन भेजे गए 25 सैंपल की जांच में 23 एंटी डेंगू पाए गए हैं। इससे शीघ्र उपचार उपलब्ध कराकर मरीजों की जान बचाई जा सकेगी।
कैसे फैलता है डेंगू
डेंगू चार किस्मों के वायरस के संक्रमण से फैलता है। यह वायरस मादा एडीस मच्छर के काटने शरीर में फैल जाता है। डेंगू केवल गंदे पानी ही नहीं बल्कि साफ पानी में भी फैलता है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के फैलने का खतरा बना रहता है। यह एक वायरस से होता है इसलिए इसकी कोई दवा या एंटीबायटिक नहीं है। डेंगू की चपेट में आने के बाद लोगों को तेज बुखार के साथ नाक बहना, खांसी, आखों के पीछे दर्द, जोड़ों के दर्द और त्वचा पर हल्के रैश जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों के साथ ही कई बार लाल और सफेद निशानों के साथ पेट खराब, जी मिचलाना, उल्टी जैसी शिकायत भी इसमें देखने को मिलती है।
डेंगू के लक्षण
- ठंड लगने के साथ ही तेज बुखार आना
- कमजोरी लगना
- खाने का मन नहीं करना
- गले में हल्का दर्द होना
- सिर और जोड़ों में दर्द होना
- मांसपेशियों में ऐंठन होना
- शरीर में खासकर चेहरे, गर्दन और छाती पर गुलाबी रंग के रैशेज होना
बचने का उपाय
- अपने आसपास जलभराव न होने देना
- आसपास पानी जमा हो तो उसमें मिट्टी भर दें।
- अगर ऐसा करना संभव नहीं है तो उसमें मिट्टी के तेल की बूंदे डाल दें।
- खुला पानी ना पिएं। पानी को ढ़ककर ही रखें।
- रात को सोते वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- मॉस्किटो रिफिल लगाएं
- पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें