Caste census: जातीय जनगणना कराने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। सरकार जनसंख्या की गणना कराने ही वाली है। लगे हाथ उसे जातीय जनगणना(Caste census) करा कर उसके आंकड़े सार्वजनिक कर देना चाहिए।
ताकि इसे लेकर जो व्यर्थ का बवाल खड़ा किया जा रहा है वह खत्म हो। जातीय जनगणना (Caste census) कराने में कोई हर्ज भी नहीं है। देश को मालूम होना चाहिए कि किस जाति की कितनी आबादी है?
जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी तय करने में किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। साथ ही इस बात का भी खुलासा होना चाहिए कि सरकार के राजस्व में किसका कितना योगदान है?