नई दिल्ली/नवप्रदेश। Delhi Assembly : दिल्ली विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र का आज तीसरा दिन है और आज भी सदन में पक्ष-विपक्ष का हंगामा जारी है। जहां पहले दिन भाजपा विधायक ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर, दूसरे दिन काली पगड़ी पहनकर आए थे, वहीं बुधवार को भाजपा के सभी विधायक यमुना नदी का प्रदूषित जल लेकर पहुंच गए हैं। एक ओर जहां भाजपा यमुना सफाई के मुद्दे पर चर्चा कराना चाहती है, वहीं आप विधायक भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा चाहते हैं।
बिष्ट-वर्मा को किया मार्शल आउट
भाजपा सदस्य मोहन सिंह बिष्ट ने यमुना नदी के पानी के सैंपल विधानसभा अध्यक्ष को दिए और कहा कि इसमें तेजाब है।विधानसभा (Delhi Assembly) अध्यक्ष ने पूछा कि इसमें तेजाब नहीं मिला तो वह उनकी सदस्यता समाप्त कराएंगे। इसके बाद मोहन सिंह बिष्ट को मार्शल आउट करा दिया गया। इस पर भाजपा के अन्य सदस्यों ने सदन का बहिष्कार किया। भाजपा सदस्यों ने यमुना की सफाई पर चर्चा कराने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष ने चर्चा करने से मना किया तो भाजपा सदस्य इस मामले को लेकर विरोध जता रहे हैं। विरोध जताते हुए भाजपा सदस्य सीटों पर खड़े हो गए, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा सदस्य अभय वर्मा को मार्शल आउट कराया।
विस अध्यक्ष ने भाजपा का प्रस्ताव फाड़ा
विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा का चर्चा कराने संबंधी मांग के प्रस्ताव को फाड़ दिया। इस पर भाजपा सदस्य अपनी सीटों पर खड़े हो गए। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा सदस्य अजय महावर को मार्शल आउट कराया। इसके बाद भाजपा सदस्य ओम प्रकाश शर्मा, अनिल बाजपेयी को भी मार्शल आउट करा दिया। ऐसा इललिए किया गया क्योंकि वह आसन के सामने आकर विरोध जता रहे थे।
रिश्वत में मिली नोटों की गड्डी लेकर पहुंचे आप विधायक
आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र गोयल ने रिश्वत देने का आरोप लगाया। वह रिश्वत के तौर पर मिले रुपए की गड्डी लेकर सदन में पहुंचे। महेंद्र गोयल ने कहा कि रोहिणी स्थित अंबेडकर अस्पताल में कर्मचारियों को नौकरी देने के मामले में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है और यह कर्मचारी लोगों का इलाज करने के दौरान रिश्वत मांगते हैं। उन्होंने इस संबंध में जब कई जगह शिकायत की तो संबंधित कंपनी ने उनको चुप रहने के लिए रिश्वत देने का ऑफर किया।
उन्होंने बताया कि इस मामले का खुलासा करने के लिए उन्होंने कंपनी के साथ बातचीत की और उन्होंने मुझे कुछ रुपए रिश्वत के तौर पर दिए। इस बारे में मैंने पुलिस और अन्य जगह शिकायत की मगर उनकी शिकायत पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, इसलिए वह ये मुद्दा सदन में उठा रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने (Delhi Assembly) उनके इस मामले को विधानसभा की कमेटी के पास जांच के लिए भेजा।