अगर हाल ही में आपको सिर दर्द, थकान या जोड़ों में अकड़न महसूस हो रही है, तो ये सिर्फ थकान नहीं – पानी की कमी (Dehydration symptoms) का संकेत भी हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, शरीर के सामान्य कार्यों को बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी जरूरी है। जब शरीर को जरूरी फ्लूड नहीं मिलता, तो मसल्स और अंगों में दर्द, किडनी की दिक्कतें और पाचन संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती हैं।
पेट में दर्द और किडनी स्टोन का खतरा
पानी की कमी पेट के साथ किडनी पर भी बुरा असर डालती है। कम पानी पीने से शरीर में नमक और खनिजों का असंतुलन बढ़ जाता है, जिससे किडनी स्टोन (Dehydration symptoms) बनने की संभावना बढ़ती है। पथरी की वजह से पेट में तेज दर्द होता है, और कई बार मतली व उल्टी की स्थिति बन जाती है। पाचन तंत्र भी कमजोर होने लगता है, जिससे कब्ज, गैस और पेट दर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
सिर और जोड़ों का दर्द भी पानी की कमी का संकेत
डिहाइड्रेशन का असर दिमाग और जोड़ों पर भी दिखाई देता है। पानी की कमी से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जिससे सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है। वहीं, जोड़ों के बीच का लुब्रिकेंट फ्लूड कम होने से जॉइंट पेन (Dehydration symptoms) या अकड़न महसूस होती है। अगर आपको बार-बार मांसपेशियों में दर्द या थकान महसूस हो रही है, तो समझ लीजिए कि शरीर को हाइड्रेशन की जरूरत है।
हाइड्रेशन के लिए सिर्फ पानी नहीं, ये ड्रिंक भी कारगर
हाइड्रेटेड रहने का मतलब केवल पानी पीना नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार, कोकोनट वॉटर, नींबू पानी, छाछ, लस्सी, और ताजे फलों का जूस शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखने में मदद (Dehydration symptoms) करते हैं। सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुना पानी पीना दिन की बेहतरीन शुरुआत है।
दिनभर में कितना पानी पिएं?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना 2.5 से 3 लीटर (लगभग 10–12 गिलास) पानी पीना चाहिए। फील्ड या गर्म माहौल में काम करने वालों को यह मात्रा और बढ़ानी चाहिए। नियमित रूप से पानी पीने से शरीर डिटॉक्स, एनर्जी लेवल और किडनी-लिवर फंक्शन बेहतर रहता है।

