कलेक्टर की नौकरी छोड़ भाजपा नेता बन गए हैं आईएएस ओपी चौधरी
रायपुर/नवप्रदेश। दंतेवाड़ा (dantewada) के आदिवासियों (tribals) ने राज्यपाल अनुसुईया उइके (governor anusuiya uikey) से मिलकर पूर्व कलेक्टर व भाजपा नेता ओपी चौधरी (former collector op chaudhary) की शिकायत की है।
सोमवार को राज्यपाल भवन पहुंचे आदिवासियों ने महामहिम से की शिकायत में कहा है कि चौधरी ने दंतेवाड़ा का कलेक्टर रहने के दौरान जवांगा में भूमि अधिग्रहण (land) के नाम पर उनसे छल किया। यह भी कहा कि अधिकार मांगने पर पुलिसिया कार्रवाई की बात कही।
इस दौरान दर्जनभर से अधिक आदिवासियों (tribals) ने राजपाल (governor anusuiya uikey) को अपने हस्ताक्षर वाला ज्ञापन सौंपा है। चौधरी (former collector op chaudhary) पर आरोप है कि उन्होंने आदिवासियों की जमीन (land) को बतौर कलेक्टर अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए गलत ढंग से निजी पार्टियों को बिकवा दिया था।
रायपुर कलेक्टर पद से इस्तीफा देकर लड़ा था चुनाव
गौरतलब है कि प्रदेश की मौजूदा सरकार ने दंतेवाड़ा भूमि घोटाले की फाइल इसी साल खोली है। आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी ने 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले रायपुर के कलेक्टर के पद से इस्तीफा देकर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। खरसिया विधानसभा सीट से वे प्रत्याशी थे लेकिन चुनाव हार गए।
भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने वालों अफसरों में था 7वां स्थान
चौधरी (former collector op chaudhary) को लेकर खास बात यह भी है कि जिस पार्टी में वे कलेक्टरी छोड़कर शामिल हुए उसी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार ने विधानसभा में उनके भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने वाले अधिकारियों की सूची में शामिल होने की बात कही थी।
दरअसल एक सदस्य ने प्रदेश के ऐसे अफसरों के नामों की सूची बताने की मांग की थी। जिस पर तत्कालीन भाजपा सरकार की ओर से पेश भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने वाले अफसरों की सूची में ओपी चौधरी का नाम सातवें नंबर पर था।