नईदिल्ली । चक्रवाती तूफान फानी लगातार विकराल रूप लेता दिख रहा है। मौसम विभाग ने ताज़ा जानकारी में अगले 36 घंटों में गंभीर चक्रवाती तूफ़ान फानी के दक्षिणपूर्व और दक्षिण-पश्चिम में बंगाल की खाड़ी के ऊपर और तीव्र होने की आशंका जताई है। सेटेलाइट से मिली तस्वीरों और रडार से मिली सूचना के आधार पर यह तय माना जा रहा है कि 1 मई तक इस चक्रवाती तूफान के उत्तर-पश्चिम की ओर बढऩे की आशंका है और यह फिर से ओडिशा तट की ओर उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर जा सकता है।
वहीं राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने ट्वीट किया है कि चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा तट की तरफ तेज होता जा रहा है फिलहाल यह दक्षिण पूर्व में 700 किमी की दूरी पर है। इसे देखते हुए दक्षिण भारत के कई राज्यों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। गुरुवार तक इस चक्रवाती तूफान के बेहद गंभीर होने की आशंका जताई जा रही है। फानी की वजह से केरल और ओडिशा में भारी बारिश और आंधी की आशंका है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में भी हल्की बारिश और आंधी की आशंका जाहिर की गई है।
लगातार बढ़ रही इस चक्रवाती तूफान की रफ्तार को देखते हुए भारतीय सेना और नौसेना को इससे निपटने के लिए अलर्ट पर रखा गया है। तीनों ही सेनाओं की राहत टीमें बनाई गई हैं जो इमरजेंसी की स्थिति में तेज़ी से राहत पहुंचाने के लिए स्टैंडबाय पर हैं। अधिकारियों ने बताया कि मौसम के इस रुख को देखते हुए सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और भारतीय तटरक्षक बल को भी हाई अलर्ट पर रखा है। मौसम विभाग ने अपने बुलेटिन में बताया कि चक्रवात चेतावनी विभाग ने कहा कि तूफान फिलहाल श्रीलंका में त्रिंकोमाली के पूर्व-उत्तर पूर्व में 620 किमी, चेन्नई के 770 किमी-दक्षिण-पूर्व में और मछलीपट्टनम से 900 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में है। इससे पहले भारतीय नौसेना ने भी बताया है कि चक्रवाती तूफान के गंभीर होने की स्थिति में वह तेजी से मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए नौसेना ने जहाजों को पर्याप्त मात्रा में अतिरिक्त गोताखोरों, डॉक्टरों, हवा वाली रबड़ की नौकाओं और राहत सामग्री के साथ तैयार किया है।