बिहार की बक्सर पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड नेटवर्क का खुलासा करते हुए यूपी, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बिहार के विभिन्न जिलों के 18 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। (Cyber Fraud Gang Bihar) यह गिरोह बक्सर शहर में किराए के मकान में बैठकर अवैध ऑनलाइन गेम एप, सट्टेबाजी और साइबर ठगी का अड्डा चला रहा था।
पुलिस ने छापेमारी में 64 मोबाइल, 82 एटीएम कार्ड, 25 सिमकार्ड, पाँच लैपटॉप, एक दर्जन से अधिक पासबुक और चेकबुक के साथ कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए हैं।
अड्डे से मिले 13 मोटे रजिस्टरों में पिछले चार महीनों का आय-व्यय का पूरा हिसाब दर्ज मिला है, जिससे साफ है कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और रोजाना तीन से चार लाख रुपये तक की ठगी कर रहा था।
पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने बताया कि शहर के एक मकान में ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी (Cyber Fraud Gang Bihar) के अवैध धंधे की सूचना पर साइबर डीएसपी अविनाश कुमार की टीम ने शनिवार को कार्रवाई की। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड कैमूर निवासी अजीत जायसवाल है।
उसने छत्तीसगढ़, ओडिशा, यूपी और बिहार के कई जिलों से इंटरनेट और डिजिटल तकनीक में माहिर युवकों को लालच देकर जोड़ा था। गिरोह टेलीग्राम चैनलों के जरिए ऑनलाइन गेम एप चलाता था और लोगों को दोगुना पैसा मिलने का झांसा देकर सट्टेबाजी में फंसाता था।
पीड़ितों से जमा पैसों को ये लोग एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में घुमाते रहते थे। इसी उद्देश्य से गिरोह ने एक दर्जन से अधिक बैंक खातों का जाल बिछा रखा था और सभी के एटीएम कार्ड अपने पास रखे थे। गिरफ्तार युवकों ने बताया कि गिरोह को रोजाना 3–4 लाख रुपये मुनाफा हो जाता था। पुलिस अब रजिस्टरों, मोबाइल और लैपटॉप के डेटा से ठगी की कुल रकम का आकलन कर रही है।

