रायपुर/नवप्रदेश। Cyber Cell : SP अभिषेक मीणा के निर्देश पर साइबर सेल की टीम ने लगातार कड़ी मेहनत और लगन से लापता मोबाइल को ट्रैक करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। नतीजतन, एक या दो नहीं बल्कि 102 लापता मोबाइल फोन को ट्रैक किया और उनके मूल मालिकों को वापस कर दिया गया।
पिछले 2 माह में गुम हुए मोबाइलों को ट्रैक कर उनका उपयोग करने वालों से संपर्क कर साइबर सेल की टीम ने उन्हें कोरियर या संबंधित थाने के कर्मचारियों द्वारा साइबर सेल रायगढ़ भेज दिया है। दो महीने की अवधि में, राज्य के कई जिलों सहित ओडिशा, झारखंड, एमपी, पश्चिम बंगाल, बिहार के सीमावर्ती राज्यों से 102 लापता मोबाइल बरामद किए गए हैं। वर्तमान में प्राप्त मोबाइल की बाजार कीमत करीब 15 लाख 8 हजार रुपये है।
बरामद मोबाइलों में कुछ मोबाइल चोरी कर इस्तेमाल किए जा रहे थे, इस संबंध में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर संबंधित थानों, कोतवाली, घरघोड़ा और दीगर जिलों में आरोपितों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है।
SP की अपील- गुम मोबाइल को साइबर सेल में करें जमा
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा और प्रशिक्षु आईपीएस प्रभात कुमार ने शनिवार को पुलिस कार्यालय में लापता मोबाइल मालिकों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वापस कर दिया। इस दौरान साइबर सेल के हाथ में कई ऐसे मोबाइल मिले जो लोगों को कहीं पड़े मिले थे और वह उसे बिना लौटाए खुद चला रहा था। एसपी मीणा ने ऐसे लोगों को समझाते हुए कहा कि किसी और के मोबाइल का इस्तेमाल करना गैरकानूनी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को गुम मोबाइल मिले तो उसे नजदीकी थाने की साइबर सेल (Cyber Cell) में जमा करें।
उम्मीद छोड़ चुके मालिकों के हाथ में आया मोबाइल
दूसरी ओर, पूरी तरह से उम्मीद छोड़ चुके मोबाइल मालिकों को जब अपना मोबाइल मिल गया, तो खुशी की कोई सीमा नहीं थी। उन्होंने कहा कि उन्हें दोबारा मोबाइल मिलने पर विश्वास नहीं हुआ। किसी ने कहा कि मोबाइल पर फोटो सहित कई निजी डेटा, दस्तावेज थे, जो इस बात से चिंतित थे कि कहीं यह गलत हाथों में न पड़ जाए। हालांकि सभी मोबाइल मालिक एसपी अभिषेक मीणा और उनके साइबर सेल स्टाफ को धन्यवाद देते हुए मुस्कुराते हुए पुलिस कार्यालय से बाहर आ गए।
पुलिस की पहल ने किया काम
पुलिस की यह पहल निस्संदेह आम लोगों के लिए उपयोगी है। एसपी अभिषेक मीणा का कहना है कि लगातार मोबाइल गुम होने या चोरी होने की शिकायतें सामने आ रही थीं। उन्होंने कहा कि मोबाइल संचार का एक महत्वपूर्ण साधन है। इसके साथ ही यूजर कई जरूरी दस्तावेज, तस्वीरें, वीडियो और कई अन्य डेटा को मोबाइल में सेव करके रखता है।
खो जाने या चोरी हो जाने के बाद अगर यह गलत हाथों में पड़ जाए तो मोबाइल का मालिक अवांछित अपराध का शिकार हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस और साइबर सेल की यह पहल काम आ रही है। वर्तमान में आम जनता की सुविधा के लिए मोबाइल गुम होने की घटनाओं की संख्या अधिक होने के कारण अपराध का पता लगाने में पुलिस टीम की मदद से नागरिकों के खोए हुए मोबाइलों को खोजने और वापस करने का कार्य पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा द्वारा दिया गया है।
साइबर सेल के प्रयास से 900 लापता मोबाइल मालिकों को सौंपे
साइबर सेल (Cyber Cell) के प्रयासों से अब तक 900 से अधिक खोए हुए मोबाइल मालिकों को वापस किया जा चुका है। साइबर सेल की टीम पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अपर एसपी लखन पटले के मार्गदर्शन में कार्रवाई कर रही है। अब तक मोबाइल बरामद करने के लिए साइबर सेल की टीम में शामिल प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, आरक्षक बृजलाल गुर्जर, धनंजय कश्यप, प्रशांत पांडा और महिला आरक्षक मेनका चौहान का नाम सराहनीय है।