CS Jain hold review meeting : इस प्लान के बारे में मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने बुधवार को बताया
रायपुर/नवप्रदेश। CS Jain hold review meeting : प्रदेश के गौठानों में बने जैविक खाद की शत् प्रतिशत बिक्री सुनिश्चित करने का प्लान राज्य सरकार की ओर से तैयार कर लिया गया है। इस प्लान के बारे में मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने बुधवार को बताया।
जैविक खाद के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए राज्य के बड़े और उन्नतशील किसानों को जैविक खाद चैम्पियन के रूप में चिन्हांकित किया जाएगा और इन्हें जैविक खाद के उपयोग के प्रति इन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस आशय की जानकारी बुधवार को मुख्य सचिव (cs jain hold review meeting) अमिताभ जैन द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समस्त संभागायुक्त, कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों की ली गई बैठक में सामने आई। बैठक में मुख्य रूप से गोधन न्याय योजना के तहत तैयार वर्मी कम्पोस्ट के शत-प्रतिशत विक्रय से जैविक खाद को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।
मुख्य सचिव जैन ने कलेक्टरों व अन्य अधिकारियों को गौठानों में बने जैविक खाद को बढ़ावा देने के अभियान के साथ ही अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए मिशन मोड में काम करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय सुब्रत साहू एवं अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणुजी पिल्ले सहित कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और लोक निर्माण विभाग के सचिव एवं मिशन संचालक उपस्थित थे।
बोनी के पहले होगी किसान कार्यशाला
मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा है कि जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए गोधन न्याय योजना के तहत तैयार किए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद के शत-प्रतिशत विक्रय की कार्ययोजना बनाना है। इसके लिए खरीफ फसल के बोनी के पहले किसान कार्यशाला, किसान संगोष्ठी, किसान चौपाल, कृषि सखी, किसान मित्र, पशु सखी, पशु मित्र के माध्यम से जैविक खाद के उपयोग के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाया जाना है। इसके लिए सोसायटी (सहकारी समिति) स्तर पर जैविक खाद के विक्रय का आंकलन करने के निर्देश जैन ने दिए है। जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए राज्य के बड़े और उन्नतशील किसानों को जैविक खाद चैम्पियन के रूप में चिन्हांकित करने और जैविक खाद के उपयोग के प्रति इन्हें प्रोत्साहित करने कहा गया है।
डेमो देकर बताएंगे जैविक व रासायनिक में अंतर
जैन ने कहा कि प्रत्येक जिले में गर्मी की फसल के दौरान कृषि विभाग द्वारा दो प्रकार के प्रदर्शन क्षेत्र तैयार किए जाएंगे, जिसमें जैविक खाद और रासायनिक खाद के उपयोग से फसल उत्पादन की गुणात्मक तुलना के साथ ही किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा। इस संबंध में एक सप्ताह के भीतर कार्ययोजना बनाकर सचिव कृषि विभाग को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।