राजनांदगांव, नवप्रदेश। राजनांदगांव के थाना क्षेत्र के गांव गुंडरदेही मैं कोई वेयर है हत्या के मामले में आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जिस महिला की हत्या हुई उसकी हत्या के पीछे उसका पति ही हत्यारा के रूप में पुलिस ने धर दबोचा है मामूली विवाद से घुस्से मे आकर पति ने ऐसी हैवानियत दिखाई की हत्या के बाद लाश को देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए हत्या के आरोपी जगदीश राम साहू पिता गणेश राम साहू उम्र 36 वर्ष निवासी गुंडरदेही (बांधाबाजार) थाना अंबागढ़ चौकी, जिला राजनांदगाव का है।
14 जुलाई 2022 को प्रार्थी जगदीश साहू पिता गणेश साहू निवासी गुण्डरदेही थाना अंबागढ़ चौकी द्वारा थाना आकर रिपोर्ट कराया गया कि 12 जुलाई 2022 को दोहपर 3.30 बजे से 4.15 बजे के मध्य प्रार्थी की पत्नी पद्मिनि साहू उम्र 32 साल बिना बताये कहीं चली गई है, जिसका दिमागी स्थिति सही नहीं है कि रिपोर्ट पर थाना अंबागढ़ चौकी में गुम इंशान क्रमांक 40/2022 14 जुलाई 2022 दर्ज कर जांच में लिया गया।
18 जुलाई 2022 को जगदीश साहू द्वारा थाना अंबागढ़ चौकी आकर सूचना दिया गया कि ग्राम गुंडरदेही उसके घर के पास के तालाब में एक महिला का शव (धड़) तालाब में तैरता देखा है। जिस पर थाना अंबागढ़ चौकी पुलिस तत्काल घटना स्थल पहुंच कर अज्ञात महिला के शव का धड़ जिसका दोनों हॉथ, दोनों पैर व सर कटा हुआ मिला जिसके पेट में लोहे का पाईप तार से बंधा हुआ मिला जिस पर थाना
अम्बागढ़ चौकी में मर्ग क्रमांक 43/2022 धारा 174 सीआरपीसी दर्ज किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुये घटना के संबंध में तत्काल पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मानपुर पुपलेश, एसडीओपी अर्जुन कुर्रे को अवगत कराया गया। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुये तत्काल शव की पहचान कराने आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ करने व मामले का खुलासा जल्द से जल्द करने हेतु थाना प्रभारी एवं सायबर सेल को निर्देशित किया।
जिसके बाद तत्काल थाना अंबागढ़ पुलिस, सायबर सेल की टीम, फोरेंसिक टीम, गोताखोर टीम एवं डॉग स्कार्ड मौके पर पहुंची और सभी संयुक्त रूप से छानबीन करने लगी तभी गोताखोर द्वारा तालाब से शव का एक हाथ और एक पैर तार से बंधा हुआ तालाब के अंदर से निकाला गया।
फोरेंसिंक टीम द्वारा प्रार्थी जगदीश साहू के घर का सुक्ष्म मुआयना किया गया जिसमें उन्हें खून के धब्बों को धोने जैसे साक्ष्य मिले जिससे पुलिस को प्रार्थी जगदीश साहू के ऊपर अपनी पत्नी को मारने का शंका हुआ। संदेही प्रार्थी जगदीश से पूछताछ करने पर वह उस शव का पहचानने से इंकार किया।
दूसरे दिन 19 जुलाई 2022 को थाना अंबागढ़ पुलिस एवं सायबर सेल की टीम द्वारा संदेही जगदीश के घर एवं दुकान की तलाशी ली गई जिसमें उसकी पत्नी पद्मिनी के पहने हुए जेवरात उसके दुकान में छुपाकर रखा हुआ मिलने पर जगदीश साहू से गहन पूछताछ की गई जिस पर आरोपी जगदीश साहू द्वारा कबूल किया गया कि 12 जुलाई 2022 को बच्चों के स्कूल जाने के बाद पत्नी के साथ आपसी विवाद हुआ जिसमें उसके द्वारा पत्नी का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
उसके बाद उसने अपनी पत्नी के शव को दुकान के गोदाम में छुपाकर रखा। बच्चे जब स्कूल से आये और पूछे कि मां कहां है तब बच्चों को बताया कि वह अपने मायके चली गई है। 12 जुलाई 2022 के रात्रि को आरोपी द्वारा साक्ष्य छिपाने की नियत से अपनी पत्नी के शव को खीचते हुए एवं कंधे में लाद कर घर से पास तालाब के किनारे ले जाकर पहने हुए कपड़े व जेवरात उतार दिये और टंगिया एवं आरी ब्लेड से दोनों हांथ, पैर व गर्दन को काट कर अलग कर दिया और धड में लोहे के पाईप को घुसाकर एवं शरीर के अंगों को लोहे के तार से बांघकर तालाब के अंदर झाडियों में बांध दिया, ताकि कोई अंग ना उफले और उसके सिर को पास के शमशान में दूसरे की जलती चिता में डाल कर जला दिया।
साथ ही अपनी पत्नी के पहने हुए कपड़े को भी तालाब के अंदर डालकर उसके उपर पत्थर रख दिया और गहनों को अपने दुकान के दराज में छिपाकर आरोपी द्वारा रखना बताया। जिस पर थाना अंबागढ़ चौकी में अपराध क्रमांक 189/2022 धारा 302, 201 भारतीय दंड संहिता कायम कर विवेचना में लिया गया और आरोपी के निशादेही पर मृतिका के पहने कपड़े, गहने, शरीर के अंग, घटना में प्रयुक्त टंगिया, आरीब्लेड आदि को बरामद कर आरोपी जगदीश साहू पिता गणेश साहू निवासी गुण्डरदेही थाना अंबागढ़ चौकी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
उक्त संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी अंबागढ़ चौकी कार्तिकेश्वर जांगड़े, सउनि शंकर बर्वे, बिसेलाल कंवर, प्रधान आरक्षक उमरिया, आरक्षक इस्माइल खान, विजय कुर्रे, दिलीप कुमार बांधे, माघवेंद्र नवरत्न, सुशील राऊत, 136 सुरेंद्र मंडावी, सुनील सिंह, पंजा पटेल, ललित कुंजाम, श्रवण दुग्गा, महिला आरक्षक शशिकांता धुर्वे, सहायक आरक्षक श्रवण सलामे, अमृत तुलावी, नरेश सलामे, सायबर सेल से प्रभारी सउनि द्वारिका प्रसाद लाउत्रे, प्रधान आरक्षक अनित शुक्ला, आरक्षक मनीष मानिकपुरी, मनोज खुंटे, अवध किशोर साहू, मनीष वर्मा, आदित्य सिंह, हेमंत साहूए एवं नगर सेना गोताखोर टीम राजनांदगाव की अहम भूमिका रही।,