हैदराबाद । तेलंगाना के हाजीपुर गांव में 14 साल की लड़की के लापता होने के बाद खोजबीन के दौरान इलाके से 100 किमी दूर एक गहरे, सूखे कुएं में 3 लड़कियों के कंकाल मिले. 11 से 17 साल की इन तीन लड़कियों की एक सीरियल किलर ने यौन शोषण करने के बाद हत्या कर दी और उन्हें इस कुंए में दफन कर दिया.
मामले की शुरुआत तब हुई जब 14 साल की एक लड़की के परिवार वालों ने एक हफ्ते पहले बोम्मलाराम मंडल पुलिस थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई.
इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने 27 साल के मैरी श्रीनिवास रेड्डी को पकड़ा, जिसने यह कबूल किया कि उसने गायब हुई नाबालिग का बलात्कार किया था. रेड्डी ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने नाबालिग के शरीर को अपने खेत में बने 50 फीट गहरे कुएं में दफना दिया था.
रेड्डी ने कक्षा 9 में पढऩे वाली पीडि़ता को स्कूल के लिए लिफ्ट देने के बहाने उसका अपहरण कर लिया फिर उसके साथ बलात्कार कर हत्या कर दी. आरोपी ने लड़की के शव और उसके स्कूल बैग को वहीं कुंए में दफना दिया.
आरोपी के बयान के आधार पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और वहां से शुक्रवार को लड़की का शव बरामद हुआ. लड़की का शव और स्कूल बैग उसी कुएं से मिला जिसके बारे में आरोपी ने पुलिस को बताया था. लेकिन इन सबके बीच जब पुलिस इस मामले की विशेष जांच के लिए सबूत की खोज कर रही थी, तो वहीं उन्हें कुएं में दफन 17 साल की एक और लड़की का भी शव मिला.
रेड्डी ने उसका भी यौन उत्पीडऩ कर मार्च में उसकी हत्या कर दी थी. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने इस घटना को भी उसी तरह अंजाम दिया जैसा कि उसने 14 साल की लड़की के मामले में किया था. जब नाबालिग कॉलेज से घर जा रही थी तब आरोपी ने उसे लिफ्ट देने की पेशकश की और फिर उसके साथ यौन उत्पीडऩ किया. लड़की के क्षत-विक्षत शव के साथ उसका बैग भी मिला जिसमें मौजूद आधार कार्ड से लड़की की पहचान हो पाई.
इस 17 वर्षीय छात्रा के माता-पिता ने यह कहते हुए कोई गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी कि उसने अपने साथी के साथ अलग रहने का फैसला कर लिया था. शुक्रवार के बाद से तीन दिनों के अंतराल में दोनों नाबालिग लड़कियों के शव मिले हैं.
ययाद्रि भुवनगिरि के डीसीपी नारायण रेड्डी ने बताया, शव कुएं के दूसरे कोने में मिला था. शव मिलने की ख़बर मिलते ही डॉक्टरों, आरडीओ और तहसीलदार की टीम घटनास्थल पर आई थी. हमें शरीर के साथ एक बैग भी मिला है.
हालांकि, यह गिनती यहां पर ही बंद नहीं हुई. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद ही एक 11 साल की उम्र की बच्ची के माता-पिता 2015 से अपनी बेटी के गायब होने की शिकायत करने पुलिस स्टेशन पहुंचे. उन्होंने इस मामले में पहले भी शिकायत दर्ज की थी, और पुलिस स्टेशन में बार-बार आने के बावजूद इस मामले में कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी थी.