रायपुर/नवप्रदेश। Crime Branch Build : राज्य में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं, हालांकि पुलिस की सतर्कता कम नहीं है, फिर भी अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। अब पुलिस भी उसी दिशा में आगे बढ़ रही है और अपराध पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है, इसलिए एक बार फिर छत्तीसगढ़ के 3 जिलों में क्राइम ब्रांच का गठन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सहमति के बाद गृहविभाग ने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक को दिशा निर्देश दिए हैं। गृह विभाग के अवर सचिव मनोज श्रीवास्तव ने इस बाबत आदेश जारी किए हैं।
जारी आदेश में पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय को यह कहा गया है कि, राज्य शासन एतद्द्वारा पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव अनुसार पुलिस महा निरीक्षक रेंज, रायपुर, दुर्ग एवं बिलासपुर रेंज मुख्यालय के जिलों में क्रमशः रायपुर दुर्ग और बिलासपुर में अपराधियों एवं साइबर क्राइम पर नियंत्रण के लिए,
पुलिस अधीक्षक के सीधे नियंत्रण (Crime Branch Build) में पुलिस महानिरीक्षक रेंज के प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण में इन 3 जिलों में एंटी क्राइम एवं फाइबर यूनिट यानी ACCU की गठन की सहमति इस शर्त पर प्रदान की जाती है कि इन जिलों में उपलब्ध बल में से ही यह कार्य कराया जाएगा।
गौरतलब है कि इन जिलों में डीजीपी के द्वारा क्राइम ब्रांच के गठन का एक प्रस्ताव फरवरी महीने में गृह विभाग को दिया गया था। जिसके आधार पर यह अनुमति दी गई है। यह जिले में मौजूद पुलिस टीम में से ही चुनिंदा अफसरों को लेकर तैयार की जाने वाली टीम होगी। जिसका काम क्राइम और साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की तहकीकात करना होगा।
तीन साल पहले स्पेशल सेल्स को किया गया था भंग
ज्ञात हो कि, तीन साल पहले प्रदेश के 24 जिलों में क्राइम ब्रांच (Crime Branch Build) और स्पेशल इंटेलिजेंस सेल (एसआईयू) को भंग कर दिया गया था। स्वतंत्र ईकाई रूप में काम करने वाली इन दोनों शाखाओं को भंग करने का आदेश DGP डीएम अवस्थी ने जारी किया था। तब चर्चा काफी रही। पुलिस की साख लगातार गिर रही थी, जिसे बचने के लिए यह कार्रवाई की गई है।