Crackdown On Crime : मंथली रिपोर्ट और DSR में चाकूबाजी के अलग कॉलम |

Crackdown On Crime : मंथली रिपोर्ट और DSR में चाकूबाजी के अलग कॉलम

Crackdown On Crime: Monthly report and separate column of knife-wielding in DSR

Crackdown On Crime

ऑललाइन डिलीवरी से ठीक पहले होम डिलीवरी एजेंसियां ​​पुलिस को देंगी सूचना

रायपुर/नवप्रदेश। Crackdown On Crime : राजधानी में पुलिस अब डीएसआर और मंथली रिपोर्ट में एक हेड याने शीर्षक चाकूबाजी का भी होगा। इस हेड में बारह कॉलम बनाए गए हैं। शहर में लगातार हो रही छूरेबाजी की घटनाओं से प्रभावित होकर पुलिस विभाग को यह प्रभावी कदम उठाना पड़ा। यह अलग कॉलम पुलिस को कार्रवाई और विश्लेषण करने में सुविधा प्रदान करेगा।

बेहतर विश्लेषण से नियंत्रण होगा अपराध

पुलिस विभाग के लिए अलग कॉलम बनाने के पीछे मकसद यह है कि इससे अपराध का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। अपराध में प्रयुक्त चाकू और उस्तरा का असर चाहे घरेलू हो या पेशेवर, कई बातों की जानकारी सुरक्षित रहेगी। इसके अलावा पिछले कुछ समय से देखा गया है कि लोग चाकू और छुरा भी ऑनलाइन खरीद रहे हैं।ऑनलाइन खरीदारी के कारण इसकी डिटेल्स दुकानदार के पास नहीं रहती, जिससे क्राइम स्पॉट पर मिलने वाले सामान की पहचान करना भी मुश्किल हो जाता था। इस कॉलम में पृथक ब्यौरे को रखने से बेहतर विश्लेषण मिलेगा जिससे अपराध को नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी।

चाकूबाजी (Crackdown On Crime) अब तक की जितनी घटनाएं हुई हैं, उनमें आरोपियों को पकड़े जाने का रिकॉर्ड शत प्रतिशत है। लेकिन लगातार बढ़ती छूरेबाजी की घटनाओं ने इस पर और प्रभावी नियंत्रण की कवायद करने की जरुरत बताई है। इस वजह से डीएसआर और मंथली रिपोर्ट में अब छूरेबाजी के नाम से पृथक ब्यौरा दर्ज होगा। इस शीर्षक से बारह कॉलम बनाए गए हैं, जिनमें पीडि़त और छूरेबाज के बीच संबंध (पारिवारिक/मित्र/परिचित/अपरिचित), घटना में प्रयुक्त चाकू का प्रकार (घरेलु/गैर घरेलु/बटनदार),चाकूबाजी का कारण (प्रथम दृष्टया), चाकूबाज द्वारा पूर्व में घटित अपराध आदि जैसे कॉलम शामिल हैं।

होम डिलीवरी एजेंसियां भी पुलिस को करेंगे सूचित

राजधानी के नए कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने बताया लगातार हो रही चाकूबाजी की घटनाओं पर कार्यवाही की गई है, बल्कि हर आरोपी जेल दाखिल हुआ है, लेकिन हम इस पर और प्रभावी नियंत्रण चाहते हैं, इसलिए अब इसका पृथक से ब्यौरा संधारित किया जाएगा।

इस दौरान हमने पाया है कि अपराध में इस्तेमाल होने वाले कई चाकू (Crackdown On Crime) ऑललाइन, जैसे फ्लिपकार्ट और अमेजन से भी खरीदे गए हैं, उन एजेंसियों को भी पत्र भेजा जाएगा। छूरेबाजी की घटनाओं में छूरे होम डिलीवरी एजेंसियों से घर बैठे मिलते हैं। राजधानी पुलिस अब इस कवायद में है कि होम डिलीवरी एजेंसियां डिलीवरी के ठीक पहले पुलिस को भी सूचित करें कि किस व्यक्ति ने छूरे/चाकू का ऑर्डर किया है।

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