मैक्सिको में तीसरी लहर, टीकाकरण से 80% तक की गिरावट
मैक्सिको/नवप्रदेश। COVID-19 Braking : भारत में कोरोना के नए मामले भले ही कम हो रहे हैं लेकिन तीसरी लहर से हर कोई दहशत में है। एक्सपर्ट्स कहते है कि सावधानी, जागरूकता और वैक्सीनेशन से तीसरी लहर से होने वाले नुक़सान को कम जरूर किया जा सकता है पर रोका नहीं जा सकता।
विदेशों में तो तीसरी लहर को महसूस किया लेकिन रिपोर्ट की माने तो सिर्फ वैक्सीनेशन (COVID-19 Braking) के बुते मौत का आकड़ा कम है। वैसे कोरोना की पहली लहर से लेकर अब तक के वायरस विदेशों से ही आया हुआ है लिहाजा भारत में अब आम लोगों को सावधानी बरतनी होगी।
कोविड प्रोटोकॉल को न सिर्फ स्वंम फॉलो करना है बल्कि आसपास के लोगों को भी सतर्क करना होगा।
इस समय मैक्सिको में कोरोना की तीसरी लहर को महसूस किया गया। मैक्सिको के अंडरसेक्रेटरी ऑफ प्रिवेंशन एंड हेल्थ प्रमोशन ह्यूगो लोपेज-गैटेल के मुताबिक तीसरी लहर आई है, लेकिन अधिक से अधिक वैक्सीनेशन के कारण इस बार कोरोना से कम मौतें सामने आई हैं।
उन्होंने बताया है कि अस्पताल में मरीज भर्ती तो हो रहे है लेकिन इससे होने वाली मौतों की संख्या में काफी कमी है, लिहाजा हम मान सकते है कि वैक्सीन लगने से मौत का रेश्यो कम है।
अधिकारी ने कहा मैक्सिको में दिसंबर में टीकाकरण शुरू हुआ, और इस वजह तीसरी लहर में नुक्सान कम हुआ। अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों और मौत की संख्य़ा में भी कमी देखी जा रही है।
राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर के साथ मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि मैक्सिको में कोरोना की नई लहर आई है, जिसे हम तीसरी लहर मान रहे है।
आपको बता दे कि मैक्सिको ने फरवरी 2020 के अंत में कोरोना वायरस का पहला मामला दर्ज किया जिससे यहां संक्रमण की पहली लहर की शुरुआत हुई थी। लोपेज़ ओब्रेडोर ने कहा कि टीकाकरण के कारण COVID-19 के कारण मृत्यु दर में 80 प्रतिशत (COVID-19 Braking) तक की गिरावट आई है।
मेक्सिको में अब तक कोरोना संक्रमण के 2,541,873 मामले सामने आए हैं और इस बीमारी से 233,689 मौतों की पुष्टि हुई जो अमेरिका, ब्राजील और भारत के बाद चौथा सबसे बड़ा मौत का आंकड़ा है।