देश (country) में कोरोना वायरस (Corona virus) के कहर (Havoc) के चलते अब तक लगभग पौने दो लाख लोग कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार (Infection victim) हो चूके है और मृतकों की संख्या भी पांच हजार से अधिक हो चूकी है। अब तो प्रतिदिन लगभग आठ हजार कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं।
यह संतोष का विषय का है कि कोरोना वायरस से ग्रस्ती लोग ठीक भी हो रहे है लेकिन इसके बावजूद कोरोना वायरस (corona virus) के संक्रमण का खतरा बरकरार है। किन्तु लगातार दो महीने के लॉकडाउन की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है।
ऐसी स्थिति में लॉकडाउन को हटाना और रेड जोन के अलावा ग्रीन और यल्लो जोन में आर्थिक गतिविधिया शुरू करना आवश्यक है। वैसे भी लॉकडाउन (lockdown) को धीरे-धीरे हटाना ही था केन्द्र सरकार ने अब लॉकडाउन की जगह अनलॉक 1 की घोषणा की है।
जिसके तहत आठ जून से देश में सॉपिंगमॉल, होटलों और धार्मिक स्थलों को खोला जाएगा। अनलॉक 2 में एक जुलाई से शिक्षण संस्थानों को खोलने पर विचार किया जाएगा। इसके बाद हवाई यात्राओं को भी शुरू करने पर विचार किया जाएगा। शिक्षर संस्थानों को खोलने का निर्णय राज्य सरकार करेगी।
एक जुन से एक रोज्स से दूसरे राज्य में जाने के लिए पास की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। अब लोग एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश आ सकेंगे। यही वर सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कोरोना का कहर जिन राज्यों में ज्यादा टूटा है।
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वहां से लोग यदि दूसरे राज्यों में आना-जाना करेंगे तो कोरोना वायरस का संक्रमण अन्य राज्यों में भी तेजी से फैलेगा दिल्ली और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों से लाखों प्रवासी मजदूर अपने-अपने राज्यों में वापस लौटे और इनसें कोरोना वायरस से सकं्रमित पाए गए है।
इन प्रवासी मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटरों में रखा गए है जहां उपचार किया जा रहा है। लेकिन बड़ी संख्या में भी अनेक कोरोना वायरस (corona virus) संक्रमित प्रवासी मजदूर अपने गांव तक पहुंच गए है और वहां कोरोना वायरस का प्रकोप फैल रहा है।
इससे सबक लेते हुए केन्द्र सरकार और संबंधीत राज्य सरकारों को चाहिए कि वे अनलॉक 1 के दौरान दी जाने वाली रिययतों के कारण कोरोना वायरस का संक्रमण न फैले इसका समुचित ध्यान रखें।
केन्द्र सरकार ने जो दिशा निर्देश जारी किए है उसका सख्ति से पालन सुनिश्चित करें। खास तौर पर शॉमिंग माल और धार्मिक स्थलों में भारी भीड़ उमडऩे की संभावना के मद्देनजर वहां सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने के लिए कड़े कदम उठाए जाए इसी तरह बाजारों में भीड़ न लगे और लोग सोशल डिस्टेंसिंग कापालन करें।
इस बारे में सावधानी बरती जाए अन्यथा कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकना असंभव की हद तक कठिन हो जाएगा और पिछले दो महा से लगाए गए लॉकडाउन का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।