यास्मीन ने की थी दुर्व्यवहार और घूसखोरी की आला अफसरों से शिकायत, लेकिन न्याय की बजाये उसी के खिलाफ हो गई थी FIR, प्रीति बंजारे ने दिखाई हिम्मत, सिर्फ ACB/EOW से मिला एक दिन में न्याय,
रायपुर/नवप्रदेश। Corrupt Woman Police Station Inspector : महिला थाना रायपुर की टीआई वेदवती दरीयो के हाथों एक नहीं ऐसी कई महिला प्रार्थिया और उनके परिजनों के ठगे जाने की खबर सामने आ रही है। खाखी पहनकर कानून की बोली लगाने का यह सिलसिला महिला थाने से सालभर पहले से चला रही थी महिला टीआई घुसखोरी का अड्डा।
पीड़िता यास्मीन के साथ पहले दुर्व्यवहार फिर मोटी रकम के लिए बेजा मजबूर करने के बाद प्रीति बंजारे ने हिम्मत दिखाई हिम्मत जुटाकर ACB/EOW जाने की हिमाकत की। अगर यास्मीन यह हिम्मत नहीं जुटाती तो वेदवती का यह धंधा सुपीरियर पुलिस ऑफिसर्स की नाक के नीचे बेख़ौफ़ चलता रहता।
बताते हैं कि एथलेटिक्स खिलाडी रहीं वेदवती दरीयो बस्तर में भी रह चुकी है। जानकारी के मुताबिक वह सालभर पहले ही पदस्थ हुई थी तभी से प्रार्थी महिला, परिजनों या फिर पतियों से सेटिंग कर मनमाफिक कार्रवाई करती थी। हालांकि पुलिस से खौफजदा कइयों ने इस तरह की घूसखोरी को महकमे का टेबल मैनर्स मानकर ख़ामोशी से ठगाते रहे।
पैसों के लिए इस कदर लालायित टीआई वेदवती दरीयो ने 17 मार्च को पीड़िता यास्मीन से उसके पति एवं ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के एवज में 20 हजार रूपए की मांग की थी। पीड़िता द्वारा पैसा देने से इंकार किए जाने पर टीआई वेदवती दरीयो ने उसे अपने थाने बुलवाया और दुर्व्यहार करने लगी थी। सूत्रों की मानें तो एक अन्य मामले में यास्मीन को भी महिला थाने में प्रताड़ना ही मिली थी। आरोपी पक्ष आसिफ अली भी थाने पहुंचा और पीड़िता के साथ टीआई एवं अन्य स्टाफ के सामने बदसलूकी करने लगा।
पीड़िता ने वहां खड़ी महिला कॉन्स्टेबल से हस्तक्षेप करने गुहार लगाई। लेकिन उसकी मदद करने की बजाय टीआई देववती दरीयो और उनके स्टाफ ने आसिफ अली के साथ मिलकर पीड़िता यास्मीन और उसके भाई के साथ मिलकर मारपीट की और उल्टा पीड़िता के ही खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी थी।
यास्मीन ने इस घटना की शिकायत रायपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारीयों से भी की थी लेकिन टीआई दरीयो पर अधिकारीयों की दरियादिली की वजह से कोई एक्शन नहीं हो पा रहा था। आखिर कार पीड़िता को न्यायलय की ही शरण से इन्साफ की किरण नज़र आने लगी है जब शुक्रवार को एसीबी की कार्रवाई के बाद पीड़िता को शनिवार को महिला थाने बुला कर उसका स्टेटमेंट दर्ज किया गया है।
पुलिस से हारी तो प्रीति बंजारे को ACB ने दिलाया न्याय
इसके बाद शिकायतकर्ता महिला प्रीति बंजारे ने ACB दफ्तर जाकर सारी बात अधिकारियों को बता दी। करीब एक हफ्ते पहले एंटी करप्शन में ये शिकायत पहुंची। शुक्रवार सुबह महिला वापस थाने पहुंची लेकिन थाने में भीड़ ज्यादा होने के कारण TI दरियो ने उन्हें वापस लौटा दिया।
एसीबी की टीम लगातार पीड़िता के साथ मौजूद थी। महिला थाने की इंस्पेक्टर वेदवती दरियो को SSP ने सस्पेंड कर दिया है। वहीं शनिवार को ACB/EOW की विशेष कोर्ट ने उसे 19 जुलाई तक जेल भी भेज दिया है। वेदवती को ACB ने शुक्रवार शाम 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद रात करीब 8 बज से 1 बजे तक उससे पूछताछ जाती रही।