-कोरोना का नया वैरिएंट तेजी से फैलने लगा
-यूके और अमेरिका में फैल रहे कोरोना वायरस के नए वेरिएंट एरिस
नई दिल्ली। New Covid variant Eris: दुनियाभर में कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने चिंताएं बढ़ानी शुरू कर दी हैं। कोरोना के इस नए वेरिएंट ईजी.5.1 को एरिस नाम दिया गया है।
ब्रिटेन में सर्दियां शुरू होते ही कोरोना का यह नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है और लोग इससे चिंतित हैं। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने बुधवार को कहा, डब्ल्यूएचओ कई कोरोनोवायरस स्ट्रेन की निगरानी कर रहा है, जिसमें वर्तमान में अमेरिका और यूके में फैल रहे ईजी.5.1 स्ट्रेन भी शामिल हैं।
WHO प्रमुख ने कहा, ‘खतरा अभी भी बरकरार’
टेड्रोस ने कहा अधिक खतरनाक वेरिएंट के उभरने का खतरा बना हुआ है, जिससे मरीजों और मृत्यु दर में अचानक वृद्धि हो सकती है। डब्ल्यूएचओ ने बुधवार को कोविड के लिए स्थायी सिफारिशों का एक सेट भी जारी किया, जिसमें देशों से कोविड डेटा, विशेष रूप से मृत्यु दर डेटा, रोगी डेटा और टीकाकरण प्रदान करना जारी रखने का आह्वान किया गया।
कोरोना के इस नए वैरिएंट को एरिस, ओमीक्रॉन स्ट्रेन का एक उप-वेरिएंट कहा जाता है, जिसे केवल 31 जुलाई, 2023 को पहचाना गया था। यह ब्रिटेन में दूसरा सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट बन गया है, जो देश की खराब जलवायु और कमजोर प्रतिरक्षा के कारण और बढ़ गया है।
यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (यूकेएचएसए) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना के कुल संक्रमित मरीजों में से 14 फीसदी मरीज एरिस टाइप से संक्रमित पाए गए हैं। इस बीच खबर है कि ब्रिटेन के बाद भारत के मुंबई शहर में कोरोना के इस नए वेरिएंट का मरीज मिला है। डॉक्टरों के मुताबिक, एरिस के मुख्य लक्षणों में नाक बहना, सिरदर्द, थकान (हल्के से गंभीर), छींक आना और गले में खराश शामिल हैं।