नई दिल्ली/वार्ता। कोरोना (corona) वायरस ‘कोविड-19Ó की लड़ाई में सीधे संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के बचाव के लिए वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् की राष्ट्रीय वैमानिकी प्रयोगशाला (nal) ने एक किफायती ‘कवरऑल सूट’ (coverall suit) विकसित किया है।
एनएएल (nal) के निदेशक डॉ. जितेंद्र जे. जाधव ने बताया कि ये कोरोना (corona) से बचाव वाले सूट (coverall suit) निजी बचाव वाले मौजूदा सूटों की तुलना में काफी सस्ते हैं। इनके निर्माण में आयातित सामान का इस्तेमाल काफी कम हुआ है। बेंगलुरु स्थित वैमानिकी प्रयोगशाला (nal) ने स्थानीय कंपनी एमएएफ क्लोदिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर इसे तैयार किया है।
पॉलीप्रोपाइलिन का हुआ इस्तेमाल
इसके निर्माण के लिए पॉलीप्रोपाइलिन का इस्तेमाल किया गया है। कोरोना (corona) के मरीजों के उपचार एवं देखभाल में लगे डॉक्टरों, नर्सों, पैरा मेडिकल तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर इसे तैयार किया गया है।
चार हफ्ते में उत्पादन बढ़कर हो जाएगा रोजना 30 हजार सूट
एनएएल के डॉ. हरीश बर्शिलिया तथा डॉ. हेमंत कुमार शुक्ला और एमएएफ क्लोदिंग के एम.जे. विजू के नेतृत्व में प्रयोगशाला की एक टीम ने इस सूट को तैयार किया है। इस सूट का ट्रायल पूरा हो चुका है। चार सप्ताह में इसका उत्पादन बढ़ाकर 30 हजार सूट रोजाना करने की योजना है।
अमेरिका बुरी तरह पस्त
उल्लेखनीय है कि विश्व महाशक्ति अमेरिका कोरोना से बुरी तरह पस्त है। यहां वायरस के सबसे अधिक सात लाख छह हजार 779 मामले कोरोना वायरस के हैं और सर्वाधिक 37079 मौतें हो चुकी हैं। इटली संक्रमण से मरने वालों के मामले में दूसरे स्थान पर है तो स्पेन का संक्रमितों के लिहाज से दूसरा स्थान है। विश्व में स्वास्थ्य सेवाओं के लिहाज से दूसरा स्थान रखने वाले इटली में कोराना संक्रमित एक लाख 72 हजार 434 हैं तो मरने वालों की संख्या 22 हजार 745 है।