मुंबई/नवप्रदेश। कोरोना (corona) काल में भी महाराष्ट्र में विधान परिषद (maharashtra vidhan parishad) के चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव (election) की तारीखों का ऐलान भी हो चुका है। इससे महाराष्ट्र की राजनीति फिर से पेच फंस गया है।
दरअसल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अभी महाराष्ट्र विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। । ऐसे में माना जा रहा है कि अब उन्हें कोरोना (corona) काल में ही चुनाव (election) लड़ना होगा।
नियमानुसार मुख्यमंत्री को शपथ ग्रहण बाद छह माह के भीतर विधानमंडल के दोनों सदनों- विधानसभा या विधान परिषद (maharashtra vidhan parishad) की सदस्यता लेना अनिवार्य है। 28 मई को उद्धव ठाकरे को शपथ लिए छह माह का समय पूरा होने जा रहा है।
दिल्ली में हुई बैठक
इस बीच शुक्रवार को दिल्ली में हुई बैठक में केंद्रीय चुनाव आयोग ने विधान परिषद के 9 रिक्त सीटोंं केे लिए चुनाव कराने की अनुमति दे दी है। समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, विधान परिषद की 9 सीटों का चुनाव 21 मई को मुंबई में होगा। इसकी घोषणा भी कर दी गई है।
सावधानी के साथ हो चुनाव
केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से महाराष्ट्र में विधान परिषद का चुनाव कराने की अनुमति दी गई है। लेकिन आयोन ने कोरोना (corona) संक्रमण केे मद्देनजर पूरी सावधानी बरतते हुए चुनाव कराने के निर्देश दिए हैं। उद्धव ठाकरे की विधायकी को लेकर उठे सवाल के बीच अब चुनाव आयोग द्वारा चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान को उद्धव के लिए राहत केे रूप में देखा जा रहा है।
पहले मंत्रिमंडल ने यह लिया था निर्णय
इससे पहले महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मंत्रिडल ने उद्धव ठाकरे को राज्यपाल कोटे से विधान परिषद में भेजने की सिफारिश की थी, ताकि कोरोना काल में चुनाव को टाला जा सके। राज्यपाल कोटे की दो सीटें रिक्त थीं इसलिए मंत्रिमंडल ने उद्धव ठाकरे को राज्यपाल कोटे से विधान परिषद सदस्य बनाने की सिफारिश की थी।
लेकिन राज्यपाल ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग को चुनाव कराने के लिए कहा। इसके बाद चुनाव आयोग की बैठक हुई। इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अमेरिका से शामिल हुए।