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corona effect: 10 रु. किलों में भी नहीं बिक रहा चिकन, जंगल में छोड़ दी 500 मुर्गियां

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वाशिम/ नवप्रदेश। कोरोना (corona effect) के डर का प्रतिकूल असर पोल्ट्री व्यवसाय (poultry business affected) पर भी पड़ा है। देश की ही एक जगह का आलम ये कि अब चिकन 10 रुपए किलों में भी नहीं बिक पा रहा है। जिसके चलते एक पोल्ट्री व्यवसायी ने पाली जा रही 500 मुर्गियों (hen released to jungle)  को जंगल में छोड़ दिया। मामला महाराष्ट्र के वाशिम का है।

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यहां लोगों ने कोरोना (corona effect) के डर से ब्रायलर चिकन (broiler chicken) से मुंह मोड़ लिया है। जिससे पाल्ट्री व्यवसायियों व मुर्गी पालने वाले किसानों को खासा नुकसान हुआ है। वाशिम (washim district)  जिले की मालेगांव तहसील की राजुरा के तेजस सानप का पिछले 10 वर्षों से पोल्ट्री का व्यवसाय है। आज उनके पास करीब 3 हजार 500 मुर्गियां हैं।

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लेकिन कोरोना वायरस को लेकर फैली अफवाह के कारण उन्हें अपना 3 लाख का माल महज 90 हजार रुपए में बेचने की नौबत आ गई है। लेकिन इस कीमत में भी ग्राहक नहीं मिल पा रहे हैं। 70-80 रुपए किलो बिकने वाला चिकन अब 10 रुपए प्रति किलो बेचने की नौबत आ गई है।

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मुर्गियों के लिए पत्नी का मंगलसूत्र रखा गिरवी

ऐसे में वाशिम (wahsim district) जिले सानप को मुर्गियों का दाना उपलब्ध कराना भी मुुश्किल होता जा रहा है। जिससे उन्होंने 500 मुर्गियां (hen released to jungle) जंगलों में छोड़ दी। सानप ने यह भी कहा कि वे बाकी की मुर्गियां भी जंगल में छोडऩे के लिए जा रहे थे, लेकिन उन्होंने इन मुर्गियों के दाने की खातिर अपनी पत्नी का मंगलसूत्र गिरवी रख दिया।

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