Corona की ऐसी दहशत की भ्रांतियों पर ही बैठ गया विश्वास
गिरयाबंद/छुरा। कोरोना (corona, effect on poultry) की दहशत अपना ऐसा असर जमा चुकी है कि प्रदेश के कुछ स्थानों पर लोग मुफ्त में भी मुर्गी व चिकन नहीं ले रहे। लोगों का भ्रांतियों पर विश्वास बैठ जाने से ऐसा हुआ है। जबकि सरकार कह चुकी है कि पोल्ट्री प्रोडक्ट से कोरोना नहीं फैलता। लेकिन चिकन खाने वाले इस पर भरोसा नहीं कर रहे।
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आलम ये है कि कोरोना (corona, effect on poultry) के डर से छुरा में मुफ्त में भी किसी के मुर्गी नहीं ले जाने से यहां के एक पोल्ट्री व्यवसायी ने मुर्गियों को महंगा दाना खिलाने के बजाय उन्हें खरखरा जलाशय क्षेत्र में छोड़ दिया। यहां दाना नहीं मिलने से हजारों मुर्गियों (thousands of hen die) ने दम तोड़ दिया। जिसके चलते असहनीय बदबू गांवों तक पहुंच रही है। ग्राम पंण्डरीपानी के ग्रामीण बदबू से परेशान है। वहीं दूसरी ओर खरखरा जलाशय जाने वाले लोग भी बदबू से परेशान हैं। अब आसपास के गांवों मे बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ती जा रही है।
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मौके पर जाकर देखा तो मरी हुई मुर्गियों (thousands of hen die) का ढेर लगा हुआ है। उन्हें कीड़े लग गए हैं। बदबू आ रही है। पोल्ट्री मालिक को समझाइश दी गई है व गड्ढा खोदकर मुर्गियों को डिसपोज करें, नहीं तो गांव में बीमार फैल सकती है।
– डा एसपी प्रजापति, बीएमओ, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुरा
कंपनी ने दस दिन से दाना सप्लाई करना बंद कर दिया जिसके चलते अस्सी प्रतिशत मुगियों मर गई हैं। जेसीबी नहीं मिलने के कारण खुले मे फेंक दिया है। डाक्टरों ने डिस्पोज करने के लिए बोला है गड्ढे खोदकर पटवा दूंगा। बची जिंदा मुर्गियों को जंगल मे छोड़ दिया हूं।
-हेमलाल साहू, पोल्ट्री व्यवसायी, छुरा
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