नई दिल्ली/रायपुर/नवप्रदेश। कोरोना (corona) के खिलाफ जंग छत्तीसगढ़ (chhattisgarh corona) में अब और तेज होने जा रही है। कोरोना को लगातार कुचल रहे छत्तीसगढ़ (chhatisgarh corona) को अब इस लड़ाई में जल्द ही तीसरे इंजन की ताकत मिलने जा रही है।
रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (medical college raipur) स्थित लैब को जल्द ही कोरोना (corona) टेस्टिंग की अनुमति मिल सकती है। जिसके बाद प्रदेश में टेस्ट की संख्या और बढ़ जाएगी। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने इसके संकेत दिए हैं।
सप्ताहरभर पहले (30 मार्च) तक की स्थिति में आईसीएमआर द्वारा सिर्फ छत्तीसगढ़ की सिर्फ दो लैब (lab of corona test) को कोरोना टेस्टिंग के लिए अधिकृत बताया जा रहा था। इनमें एम्स रायपुर व जगदलपुर मेडिकल कॉलेज की लैब शामिल हैं।
30 मार्च तक आईसीएमआर द्वारा विभिन्न राज्यों की पाइप लाइन (लंबित) वाली लैबोरेट्रीज में भी छत्तीसगढ़ का नाम नाम नहीं था। जबकि राज्य सरकार की ओर से मेडिकल कॉलेज रायपुर (medical college raipur) की लैब (lab of corona test) को कोरोना टेस्ट की अनुमति के लिए आग्रह किया गया था।
रंग लाई सीएम बघेल की पहल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को राज्य में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़ाने के लिए अनुरोध किया गया था। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसके लिए लगातार आईसीएमआर के संपर्क में हैं। इन प्रयासों का परिणाम ही कहिए कि आसीएमआर ने अब अपनी राज्यों के अनुरोध अनुसार नई लैबोरेट्रीज की सूची में छत्तीसगढ़ को भी शामिल कर लिया है। इस सूची में पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडकल कॉलेज, रायपुर की लैब का नाम है। आइसीएमआर के की ओर से इसके लिए कमेंट में लिखा गया है- लैबोरेट्री के स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है और यहां सिविल वर्क चल रहा है। नवप्रदेश को आईसीएमआर के सूत्रों ने भी यह जानकारी दी है।
जल्द पूरे कर लिए जाएंगे आईसीएमआर के मानदंड : प्रो. नेरलेवार
इस मामले को लेकर मेडिकल कॉलेज रायपुर के माइक्राबायलॉजी विभाग के एचओडी प्रोफेसर अरविंद नेरलेवार ने नवप्रदेश को बताया कि आइसीएमआर द्वारा निर्धारित मानदंडों को जल्द ही पूरा करने का काम चल रहा है। पांच-छह दिन में लैब में कोरोना टेस्टिंग का काम शुरू हो सकता है। लैब में कोरोना की भयावता के मद्देनजर सारे सेफ्टी मेजर्स की व्यवस्था की जा रही है।