रायपुर/नवप्रदेश। कोरोना (corona) संक्रमण वैसे तो छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में नियंत्रण में है ही, लेकिन अन्य राज्यों की तरह प्रदेश में टेस्टिंग की संख्या बढ़ानी होगी। इसके लिए भी प्रदेश सरकार की ओर से तैयारी की जा रही है। राज्य (chhattisgarh) में करीब 70 हजार लोग क्वारंटाइन में हैं। इनकी सटीक स्क्रीनिंग होना अनिवार्य है। लिहाज अब प्रदेश में ऐसे लोगों का एंटीबॉडी टेस्ट (antibody test) कराया जाएगा। एंटीबॉडी टेस्ट (antibody test) की रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो जाएगा कि किस व्यक्ति का कोरोना (corona) टेस्ट कराए जाने की बहुत ज्यादा जरूरत है। इससे सीमित खर्च में कोरोना पॉजिटिव लोगों का सटीकता से पता चल जाएगा। एक बार संक्रमित का पता चल जाए तो उसे ठीक करने की ताकत अब तक की स्थिति में राज्य के स्वास्थ्य अमले के पास हैं। इसका परिचय 10 पॉजिटिव केस के मामले में हो चुका है।
76 हजार रेपिड टेस्ट की उपलब्धता कर रहे सुनिश्चित : डॉ. त्रिपाठी
कोविड 19 कमांड सेंटर के मीडिया प्रभारी डॉ. अखिलेश त्रिपाठी ने नवप्रदेश को बताया कि अभी राज्य में एंटी बॉडी टेस्ट के लिए जरूरी 76 हजार रेपिड टेस्ट किट की उपलब्धता सुनिश्चित करनी है, इसके लिए छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटिड (cgmscl) को सूचित कर दिया गया है। वहीं सीजीएमएससीएल (cgmscl) के एमडी भुवनेश यादव ने नवप्रदेश को बताया कि कोरोना संक्रमण के भयानक स्वरूप को देखते हुए रेपिड टेस्ट किट के साथ ही पीपीई किट, वीटीएम किट, एन95 मास्क, गॉगल्स, फेस शील्ड, ट्रिपल लेयर मास्क, ग्लव्ज व आरटी-पीसीआर किट की खरीदी के लिए भी टेंडर जारी किए गए हैं।
जानें कैसे फायदेमंद है एंटीबॉडी टेस्ट
डॉ. अखिलेश त्रिपाठी के मुताबिक, जब शरीर में कोई वायरस प्रवेश करता है। शरीर का इम्यून सिस्टम उससे लड़ने लगता है। आसान शब्दों में कहें तो वायरस के शरीर में प्रवेश करने पर शरीर के भीतर उससे लड़ने एक फौज बन जाती है। एंडीबॉडी टेस्ट में शरीर में मौजूद इसी फौज या प्रतिरोध प्रक्रिया का पता चलता है। यदि किसी व्यक्ति का एंटीबॉडी टेस्ट निगेटिव आया तो समझिए कि उसके संक्रमित होने का खतरा नगण्य है और यदि ये टेस्ट पॉजिटिव पाया जाता है समझिए कि उस व्यक्ति के वायरस से संक्रमित होने की आशंका है। लिहाजा इस टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर कोरोना टेस्ट के लिए सर्वाधिक प्राथमिकता वाले लोगों का आसानी से चयन किया जा सकता है।