नयी दिल्ली। CORONA: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और कोरोना से बचाव के एहतियाती उपायों तथा 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के टीकाकरण की जरूरत पर बल दिया।
प्रधानमंत्री ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में हिस्सा लिया और कोरोना से बचाव तथा कोरोना संक्रमित (CORONA) मरीजों के समुचित उपचार के लिए टेस्टिंग, बेड, दवाइयाँ, वैक्सिीन, तथा स्वास्थ्यकर्मियों की जरूरत आदि की जानकारी ली। उन्होंने जनता को हर संभव सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।
चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने इस बात पर विशेष रूप से जोर दिया कि ‘‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी” का पालन सभी लोगों द्वारा किया जाये। प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन (CORONA) अभियान के महत्त्व पर बल देते हुए कहा की प्रशासन 45 साल से ज्यादा की उम्र के सभी लोगों को इस हेतु जागरूक करें| उन्होंने प्रशासन को भी पूरी संवेदनशीलता से वाराणसी के लोगों की संभव सहायता करने के लिए कहा|
श्री मोदी ने देश के सभी डॉक्टरों, सभी मेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस संकट की घडी में भी वह अपने कर्त्तव्य का निष्ठापूर्ण पालन कर रहे हैं| उन्होंने कहा कि हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए सतर्क रहकर आगे बढ़ना है|
उन्होंने ने बताया कि वाराणसी के प्रतिनिधि के रूप में वह आम जनता से भी निरंतर फीडबैक ले रहे हैं। वाराणसी में पिछले 5-6 वर्षों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और आधुनिकीकरण से कोरोना से लड़ने में सहायता मिली है| इसके साथ वाराणसी में बेड्स, आईसीयू और ऑक्सिजन की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है।
मरीजों की बढ़ी हुई संख्या से उत्पन्न दबाव को देखते हुए हर स्तर पर प्रयास बढाने की जरुरत पर भी प्रधनमंत्री ने विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह वाराणसी प्रशासन ने तेजी के साथ ‘काशी कोविड रिस्पोन्स सेन्टर’ स्थापित किया है, वैसी ही तेजी हर कार्य में लायी जानी चाहिए।