वाशिंगटन/ए.। इंसानों को कोरोना (corona and fishes) वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए लाखों मछलियों की बलि देनी होगी। लेकिन यह किसी टोटके या बलि प्रथा के चलते नहीं होगा, बल्कि वैज्ञानिक प्रक्रिया के लिए लाखों शार्क (shark and corona vaccine) मछलियों की बलि देनी होगी।
कोरोना से बचाव के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना (corona and fishes) की वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। और इस वैक्सीन के कारण ही शार्क (shark and corona vaccine) मछलियों की जान पर संकट आ जाएगा। अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित शार्क अलॉयज संस्था ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन के कारण शॉर्क मछलियों की बलि देनी पड़ेगी। स्काई न्यूज ने इस संबंध की खबर दी है।
दरअसल शार्क के यकृत में एक विशिष्ट प्रकार का तेल होता है। कई कोरोना वैक्सीन में यह महत्वपूर्ण घटक के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। वैक्सीन की प्रभाव बढ़ाने के लिए इस तेल का इस्तेमाल किया जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, वैक्सीन के एक डोज की जरूरत पड़ने पर 2.5 लाख तो वहीं दो डोज की जरूरत पड़ने पर पांच लाख शार्क मछलियों को मारना पड़ेगा।