गिरफ्तार आरोपियों से मिले सुराग के बाद क्राइम ब्रांच की टीम इंदौर के पास के गांव उमरटी रवाना
पलाश तिवारी/रायपुर।
रायपुर। नवप्रदेश। Contract Killers Bought Pistols From Umarti : छत्तीसगढ़ में दो कारोबारियों की हत्या करने आए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों ने पुलिसिया पूछताछ में नया खुलासा किया है। शूटर रायपुर और रायगढ़ के कारोबारियों की हत्या करने के लिए मध्यप्रदेश के इंदौर जिले से लगे गांव उमरटी से होम मेड पिस्टल खरीद कर लाए थे। शूटरों का संपर्क मीडिएटर के जरिए बन्दूक सप्लायर से हुआ था।
इसी मध्यस्थ ने उन्हें एक देसी पिस्टल के साथ 20 गोलियां और दो मैगज़ीन भी बेचीं थी। रायपुर पुलिस को पिस्टल की जांच के बाद पता लगा की एक मैगज़ीन में 10 गोलियां लोड होती थी। हालांकि कइयों ने ख़बरों में 20-20 तो किसी ने 15-15 गोलियां चलाने की गैंग की प्लानिंग का अंदेशा जताया था। यह अटकलबाजी सच से दूर की कौड़ी साबित हुई।
क्योंकि गिरफ्तार सुपारी किलर्स से बरामद पिस्टल देखने में फॉरेन मेड लग रही थीं। लेकिन रायपुर पुलिस टीम ने जब पड़ताल की तो मर्डर के लिए लाये गए वेपन की हकीकत से पर्दा उठा और गन होम मेड यानि की देसी पिस्तौल निकली वह भी सिर्फ 10 राउंड। फिलहाल आरोपियों की निशानदेही के बाद रायपुर क्राइम ब्रांच की एक टीम गन सप्लायर और मीडिएटर को पकड़ने इंदौर के लिए रवाना हो चुकी है।
जहां NIA ने मारा था छापा, अब भी आबाद है उमरटी की गन फैक्ट्री
इंदौर जिले के उमरटी गांव में केंद्रीय जांच एजेंसी NIA भी छापामार कार्रवाई कर चुकी है। जिसमे NIA को गांव में दबिश देने के बाद असलहा की बड़ी फैक्ट्री का पता चला था। छापे में उस वक्त NIA को पिस्टल, रिवाल्वर और देसी कट्टा समेत गोलियों का जखीरा भी मिला था। एनआईए की कार्रवाई के कुछ दिनों बाद तक गांव में देसी हथियार बनाने का सिलसिला थमा रहा। लेकिन उमरटी गांव के लोगों ने फिर अपना गोरख और खतरनाक धंधा चालू कर लिया है। हथियार बनाने की अवैध फैक्ट्री से ही रायपुर और रायगढ़ के कारोबारियों को शूट करने के लिए गिरोह के शूटरों ने पिस्टल और 10-10 गोलियों वाली 2 मैगजीन भी ख़रीदे थे।
उमरटी से ही गन लेता है लॉरेंस, बवाना और तजपुरिया गिरोह
उमरटी गांव में अवैध हथियार बनाने का काम सालों वर्षों से चल रहा है। अवैध घातक हथियार बनाने-बेचने वाले इस गैंग के तार देश भर के बड़े गैंगस्टरों से जुड़े होने की भी ख़बरें सामने आती रही हैं। उमरटी गांव से न सिर्फ लॉरेंस गैंग हथियार की खरीद फरोख्त करता है। बल्कि नीरज बवाना और टिल्लू तजपुरिया गैंग को भी उमरटी से हथियार की सप्लाई की जाती रही है। इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश और बिहार में तैयार असलहों से ज्यादा फाइन गन यहां मिलने से गिरोहबाज के लिए उमरटी गांव पहली पसंद बन गया है।
रायपुर-रायगढ़ के कारोबारी पर खाली करने वाले थे मैगजीन
रायपुर क्राइम ब्रांच की टीम की गिरफ्त में लॉरेंस गैंग के शूटरों के मोबाइल और इ मेल की जांच करने पर राजस्थान के गैंगस्टर पप्पू सिंह से हुई चैटिंग में खुलासा हुआ है जिसमे पप्पू शूटरों को निर्देश देते हुए कह रहा है की रायपुर के कारोबारी पर एक मैगज़ीन और रायगढ़ के कारोबारी पर एक मैगज़ीन यानि 10 – 10 गोली से दोनों को छलनी कर देना है फिर तत्काल उड़ीसा के झारसुकड़ा के रास्ते अंडरग्राउंड हो जाना है तुम्हारा पैसा तुम तक पहुंचा दिया जाएगा। फिलहाल रायपुर क्राइम ब्रांच इस पुरे मामले की तह तक पहुँचाने की कोशिश में जुटी हुई है।