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Connect Bastar Tourism : माओवादी छाया से उभरता बस्तर: ‘कनेक्ट बस्तर’ से पर्यटन को नई उड़ान

Connect Bastar Tourism

Connect Bastar Tourism

टूरिस्ट सर्किट, विशेष वाहन सेवा और ऑनलाइन-ऑफलाइन बुकिंग से आसान होगी यात्रा

Connect Bastar Tourism : कभी माओवादी हिंसा के लिए पहचाना जाने वाला बस्तर अब शांति और विकास की पहचान बन रहा है। इसी कड़ी में पर्यटन को नई दिशा देने के लिए ‘कनेक्ट बस्तर’ पहल की शुरुआत हुई है। इसके तहत बस्तर के प्रमुख टूरिस्ट सर्किट तैयार किए गए हैं और पर्यटकों के लिए 10 विशेष वाहनों की सुविधा शुरू की गई है।

क्या है ‘कनेक्ट बस्तर’?

यह कार्यक्रम कोंडागांव के टाटामारी से लेकर चित्रकोट जलप्रपात, नारायणपाल मंदिर, तीरथगढ़, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर और बारसूर के प्राचीन(Connect Bastar Tourism) मंदिरों तक पर्यटकों को जोड़ता है।

यात्रा को आसान बनाने के लिए 5 मारुति अर्टिगा, 4 महिंद्रा बोलेरो और 1 एक्सयूवी वाहनों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

बुकिंग ऑनलाइन (सोशल मीडिया व व्हाट्सएप: 82530-44935) और ऑफलाइन दोनों तरीकों से संभव है।

नेताओं की राय

वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा – “बस्तर की असली ताकत यहां का जंगल और संस्कृति है। हमारी कोशिश है कि पर्यटकों को सुरक्षित और सहज यात्रा मिले।”

जगदलपुर विधायक किरण देव ने बताया – “धुड़मारास को यूनेस्को से मान्यता(Connect Bastar Tourism) मिलना इस बात का प्रमाण है कि बस्तर अब वैश्विक पर्यटन नक्शे पर उभर रहा है।”

विकास और रोजगार की सौगात

1.70 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास

शासकीय आवास गृह निर्माण – 59.92 लाख

नक्षत्र वाटिका का सौंदर्यीकरण – 72.48 लाख

पांच सरई शेड का निर्माण – 38.13 लाख

कनेक्ट बस्तर थीम का विमोचन और हितग्राहियों को चेक वितरण

पैकेज दरें और प्रमुख आकर्षण

पैकेज 1 (4499) : बारसूर-सातधार, चित्रकोट जलप्रपात, दंतेवाड़ा दंतेश्वरी मंदिर, तीरथगढ़ जलप्रपात

पैकेज 2 (4699) : चित्रकोट जलप्रपात, धातु-टेराकोटा शिल्प कोंडागांव, टाटामारी केशकाल

पैकेज 3 (2499) : मादरकोंटा गुफा, तीरथगढ़ जलप्रपात, धुड़मारास, मांझीपाल

पैकेज 4 (2499) : चित्रकोट जलप्रपात, नारायणपाल मंदिर, मेंदरी घूमर, तामड़ा घूमर

क्यों खास है यह पहल?

‘कनेक्ट बस्तर’ सिर्फ पर्यटन बढ़ाने का साधन नहीं, बल्कि रोजगार, स्थानीय कला-संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी गति देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सुरक्षा और सुविधा दोनों पर समान ध्यान दिया जाए, तो आने वाले वर्षों में बस्तर देश का सबसे आकर्षक इको-टूरिज्म हब(Connect Bastar Tourism) बन सकता है।

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