Site icon Navpradesh

केंद्र सरकार पर कांग्रेस ने साधा निशाना, अमेजन के घूस पर PM मोदी दे जवाब – शक्ति सिंह गोहिल

Congress targeted the central government, PM Modi should answer on Amazon's bribe - Shakti Singh Gohil

PM Target

रायपुर/नवप्रदेश। PM Target : राज्यसभा सांसद, दिल्ली प्रभारी एवं एआईसीसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे की उपस्थिति में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा की। शक्ति सिंह ने कहा है कि नीति शास्त्र में यह कहा गया है कि अन्न से बड़ा धन नहीं है। हमारा देश कृषि प्रधान देश है उद्योग प्रधान देश नहीं है और इसी के चलते अगर इस देश में कोई स्लोगन मजबूत हुआ तो जय जवान जय किसान का नारा है।

पता नहीं क्यों मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने जैसे ठेका लेकर रखा है कि किसानों को बर्बाद करो, चंद पूंजीपतियों को मालामाल करो और उसी के चलते हैं आज देश के ये हालात हुए हैं। छत्तीसगढ़ में जब चुनावी जनसभाएं हुई तब आज के प्रधानमंत्री कहते थे मित्रों हर साल 2करोड़ नई नौकरियां खोल दूंगा, कोई युवा रोजगार नहीं रहेगा। हालत क्या हो गई आखिरी 2 साल का सरकार का आंकड़ा है, सोसियों इकोनॉमिक रिव्यु का आंकड़ा है सिर्फ 2 साल में 14 करोड़ नौकरियां कम हुई है बढ़ी तो नहीं है।

अमेजन ने स्वीकार किया भारत में उसने 8546 करोड़ रू. घूस में दिया। यह घूस किसने लिया प्रधानमंत्री मोदी (PM Target) को जवाब देना चाहिये। विदेशी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने पिछले दो साल में भारत में कानूनी फीस के नाम पर 8,546 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। देश के कानून मंत्रालय का सालाना बजट तो 1100 करोड़ रुपये है और अमेज़न कंपनी का कानूनी फीस का 2 साल का बजट ही 8,546 करोड़ रुपये है। अब सामने आ गया है कि यह पैसा तथाकथित तौर से रिश्वत के तौर पर दिया गया। यह बात अमेज़न कंपनी ने भी स्वीकारी है।

शक्ति सिंह ने सीधे तौर पर कहा कि पीएम मोदी घूस पर चुप क्यों हैं? क्या पीएम अमेरिका के राष्ट्रपति से अमेजन कंपनी के खिलाफ कथित रिश्वत घोटाले में आपराधिक जांच की मांग करेंगे? क्या देश में इस कथित रिश्वत घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से नहीं करवाई जानी चाहिए?

शक्ति सिंह गोहिल ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 70 साल में बनाई देश की लाखों करोड़ की संपत्ति औने-पौने (PM Target) दाम में बेच डालेंगे।दुकानदारों-छोटे उद्योगों का धंधा चौपट कर डालेंगे और जो बच जाएगा, चंद कंपनियों के हवाले कर डालेंगे।

Exit mobile version