फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक का पहला दिन, 4 दिन फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक होगी, रायपुर-महासमुंद लोकसभा नेताओं से की गई चर्चा
रायपुर/नवप्रदेश। Congress Fact Finding Committee Meeting : विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार पर कांग्रेस में मंथन शुरू हो गया है। इसके लिए पार्टी की ओर से बनी केंद्रीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी आज राजधानी रायपुर पहुंच गई है। कमेटी की स्थानीय नेताओं के साथ बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है। वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद अब प्रत्याशियों के साथ वन टू वन चर्चा के बाद एक-एक कर प्रत्याशियों से वीरप्पा मोइली और हरीश चौधरी वन टू वन चर्चा किये।
सबसे पहले महासमुंद लोकसभा के नेताओं के साथ कमेटी ने चुनाव और संगठन संबंधी चर्चा शुरू की। अधिकतर नेताओं ने अपनों से ही विश्वासघात का आरोप लगाया। नेताओं के आरोपों के बाद प्रदेश प्रभारी पायलट और मोइली ने पार्टीजनों को संदेश दिया। महासमुंद के बाद रायपुर लोकसभा क्षेत्र के नेताओं के साथ देर रात तक हार के कारणों और पार्टी संगठन नेताओं की भूमिका से लेकर भविष्य के लिए भी सवाल जवाब किया गया।
मोइली बोले बैठक के बाद आगे का फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा
कांग्रेस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के चेयरमैन वीरप्पा मोइली राजधानी रायपुर पहुंचकर दोपहर 3 बजे से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में सिर्फ 2 लोकसभा के वरिष्ठ नेताओं के साथ मीटिंग किये। इस दौरान पसीसी चीफ दीपक बैज के अलावा कई दिग्गज नेता शामिल हुए। जिसमें सत्यनारायण शर्मा भी थे। बैठक से पहले कांग्रेस के हार की समीक्षा को लेकर वीरप्पा मोइली ने कहा कि, भविष्य के चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए हम आए हैं।
यहां पर 2 लोकसभा के वरिष्ठ नेताओं के साथ मीटिंग किये। सभी वरिष्ठ नेताओं से बात कर कमजोरी पता करने के लिए आए हैं। हम अपना काम करके चले जाएंगे। इस बैठक के बाद जो आगे का फैसला होगा वो केंद्रीय नेतृत्व करेगा। मोइली ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था, क्योंकि छत्तीसगढ़ में कई बेहतरीन लीडरशिप है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कहां गलत हुई है, इसका पता लगाएंगे। आगामी चुनाव में कांग्रेस का परफॉर्मेस अच्छा रहेगा, जो खामियां होंगी उसे दूर करेंगे। बैठक के बाद AICC को रिपोर्ट सौंपेंगे, फिर बड़े नेता इस आधार पर फैसला लेंगे।
इन मुद्दों पर बातचीत
0 रायपुर के नेताओं को कम प्रतिनिधित्व मिलने का मुद्दा भी उठाया गया
0 एकजुटता से आगे बढ़ने का उन्होंने संदेश दिया
0 अधिकतर नेताओं ने अपनों से ही विश्वासघात का आरोप लगाया
0 बस्तर सीट पर हार के लिए पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी का मुद्दा उठा
0 कई नेताओं ने प्रदेश संगठन के कामकाज पर भी सवाल उठाए
0 वरिष्ठ महिला नेत्री बोलीं, संगठन में महिलाओं की पूछ-परख नहीं थी
भाजपा से शिकस्त की ये वजह बताई गई
0 विधानसभा की हार की हताशा
0 ध्रुवीकरण
0 संसाधन की कमी
0 उम्मीदवार और संगठन में असमन्वय
0 प्रचार में पिछड़ना
पायलट बोले- सीट कम हुई लेकिन वोट शेयर नहीं
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक के बाद सचिन पायलट ने कहा कि, विधानसभा और लोकसभा चुनाव का परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहा। इसीलिए संगठन को मजबूत करने के लिए कमेटी की बैठक हुई है। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पक्ष में वोट प्रतिशत में कमी नहीं आई है। जल्द रिपोर्ट तैयार कर AICC को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस का वोट शेयर बरकरार है, हम मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। गुटबाजी की खबरों पर PCC प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि, कांग्रेस में कहीं भी आपसी गुटबाजी नहीं है।
गुस्साए लखमा, बोले- हार की वजह है गुटबाजी
रायपुर/नवप्रदेश। कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ में विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। पार्टी अब हार के कारणों को तलाश रही है।वीरप्पा मोइली समेत वरिष्ठ नेताओं के सामने ही कवासी लखमा पार्टी में चल रही गुटबाजी को लेकर फट पड़े। उन्होंने बस्तर सीट पर हार के लिए पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी को ही जिम्मेदार ठहराया। इतना ही नहीं उनके अलावा कई नेताओं ने प्रदेश संगठन के कामकाज पर भी सवाल उठाए।
हार का ठीकरा किसके सिर फूटेगा वो देखेंगे- साव
कांग्रेस पार्टी की समीक्षा बैठक को लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव ने तंज कसते हुए कहा कि, सभी राजनीतिक दलों को इस तरह की बैठक करने का अधिकार है। लेकिन कांग्रेस की समीक्षा बैठक में हार का ठीकरा किसी पर फूटेगा यह देखने वाली बात है।
बैठक और चर्चा में ये नेता शामिल हुए
कमेटी के चेयरमैन एम वीरप्पा मोइली के साथ कांग्रेस नेता हरीश चौधरी, सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, गुरु रुद्र कुमार, प्रेमसाय टेकाम समेत हर लोकसभा के अंदर आने वाले विधायक, पूर्व विधायक, प्रत्याशी, जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष सभी से कमेटी फीडबैक लेती रही।
सचिन पायलट से मिले सुरेंद्र दाऊ
चुनाव के दौरान मंच से भूपेश बघेल के खिलाफ बोलने वाले सुरेंद्र दाऊ ने भी सचिन पायलट से मुलाकात की। सचिन पायलट से मुलाकात को लेकर सुरेंद्र दाऊ ने कहा कि मुझे ये जानकारी नहीं है कि कांग्रेस पार्टी ने निकाला है कि नहीं, लेकिन भूपेश बघेल और उनकी टीम ने तो मुझे निकाल ही दिया है। एक सीनियर नेता ने कहा था कि अपना पक्ष रखूं, मैं बस इसीलिए गया था।