भिलाई-चरोदा/नवप्रदेश। Parshad Murder : भिलाई-चरोदा नगर के हथखोज से कांग्रेस पार्षद सूरज बंछोर की सोमवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूरज बंछोर खून से सने गंभीर हालत में हथखोज के बंधवा तालाब के पास स्कूल के पीछे पड़े मिले। परिजनों ने जानकारी के बाद तत्काल चरोदा के बीएम शाह हास्पिटल ले गये, जहां चिकित्सकों ने प्रारंभिक जांच के बाद सूरज के मौत की पुष्टि कर दी।
सूरज भिलाई-चरोदा नगर निगम में वार्ड क्रमांक-2 औद्योगिक क्षेत्र हथखोज से कांग्रेस का पार्षद था। निर्दलीय चुनाव लडकर पार्षद बनने वाले सूरज बंछोर (Parshad Murder) बाद मे कांग्रेस मे शामिल हो गये थे। मृतक सूरज के पीठ मे गोली के साथ ही चेहरे और पीठ पर धारदार हथियार से हमले के निशान दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले पार्षद सूरज बंछोर का किसी के साथ विवाद हुआ था। घटनास्थल पर भी जुआ खिलाने व शराब सेवन का सबू मिला है।
भिलाई-3 पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस को अब तक पार्षद की हत्या का कारण और हत्यारे के संबंध में अभी कुछ भी पता नहीं चल सका है।पुलिस के अनुसार बंछोर सोमवार रात शहर के हथखोज तालाब के किनारे अपने 11 मित्रों के साथ गए थे। इस दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गए और उनके साथ मौजूद चार मित्रों ने उन्हें करीब के अस्पताल पहुंचाया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पार्षद (Parshad Murder) के शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान है। पुलिस को आशंका है कि पार्षद की हत्या की गई है। पुलिस ने इस मामले में पार्षद के साथ मौजूद उनके 11 मित्रों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
प्रारम्भिक जानकारी में हत्या की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है। दो दिन पहले सूरज के साथ हुए विवाद को एंगल बनाकर पुलिस जाँच में जुट गई है। सूरज के 11 मित्रों से पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है। फिलहाल आरोपियों का अब तक सुराग नहीं लगा है। जानकारी के मुताबिक मृतक सूरज बंछोर नशे का आदी था। घटनास्थल के आसपास वह जुआ खिला रहा था,जिसके बाद यह घटना हुई।
बता दें कि भिलाई-चरोदा नगर निगम क्षेत्र में निकाय चुनाव की घोषणा जल्द ही होने वाली है। मृतक सूरज बंछोर पिछले चुनाव में वार्ड-2 से निर्दलीय जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए और इस बार भी सूरज ने चुनाव की तैयारी शुरू कर कर दी थी। घटना स्थल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई-3 स्थित निवास से महज 5 से 8 किलोमीटर की दूरी पर ही है। ऐसे में इतनी बड़ी वारदात घटित होना सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगता है।