डॉ. ओ.पी. त्रिपाठी। Community Transmission : 22 मार्च 2020. वो दिन जब देश में पहली बार जनता कफ्र्यू लगा और उसके फौरन बाद अलग-अलग चरणों में लॉक डाउन. 2020 से लेकर आज तक, जो कुछ भी घटा है। पूरा मंजर दिल को दहला कर रख देने वाला है। क्या कभी किसी ने सोचा था कि एक बीमारी आएगी जो महामारी का रूप लेगी? इस बीमारी में न केवल हमने अपने करीबियों को खोया।
बल्कि ऐसा बहुत कुछ देखा जो हमारी सोच और कल्पना दोनों से परे था। क्योंकि कोरोना को न्यू नार्मल मान लिया गया था। इसलिए महसूस यही हो रहा था कि शायद डर अब कम हो जाए। लेकिन अब जबकि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट व्उपबतवद ने हमारे जीवन में पुन: दस्तक दे दी है। साफ हो गया है कि महामारी से उपजी जटिलताएं इतनी जल्दी खत्म नहीं होने वाली। ओमिक्रोन ने फिर से चिंता बढ़ा दी है। देश में बीते 24 घंट में 50 हजार से ज्याद संक्रमित केस सामने आए हैं।
कोविड के नए रूप ओमिक्रॉन से 23 राज्यों में 2135 व्यक्ति संक्रमित पाएं गए हैं जिनमें महाराष्ट्र में सर्वाधिक 653, दिल्ली में 464 और केरल में 185 मामले हैं। ओमिक्रॉन के संक्रमण से 828 व्यक्ति उबर चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना पाजिटिव हैं। केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय कोरोना संक्रमित होकर एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और एक राज्यमंत्री के संक्रमित होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पृथक्वास में जाना पड़ा है।
बंगाल के ही एक अस्पताल में 70 डॉक्टर संक्रमित हुए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के ‘जनता दरबारÓ में 6 लोग संक्रमित पाए गए। बुधवार को नीतिश सरकार के चार मंत्री कोरोना पाजिटिव मिले। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, उनकी पत्नी, बेटी, बहू समेत परिवार के 11 सदस्य संक्रमित दर्ज किए गए हैं। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी भी संक्रमित हैं। बिग बी अमिताभ बच्चन का स्टाफ भी पाजिटिव पाया गया है।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव संक्रमण की जकड़ में आने के बाद क्वारंटीन में हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी क्वारंटीन में हैं, क्योंकि उनका एक परिजन और स्टाफ का सदस्य संक्रमित (Community Transmission) पाए गए हैं। मध्यप्रदेश में एक ही दिन में 221 नए संक्रमित मामले दर्ज किए गए हैं। उनमें से आधे मरीज तो अकेले इंदौर में ही हैं। आईआईटी, खडगपुर में कोरोना विस्फोट ने 31 छात्रों को बीमार कर दिया है। कुछ और स्कूलों और शैक्षिक संस्थानों में सैंकड़ों छात्र संक्रमित हुए हैं।
फिल्मी दुनिया में बुजुर्ग अभिनेता प्रेम चोपड़ा और उनकी पत्नी, निर्माता एकता कपूर, अभिनेता जॉन अब्राहम और उनकी पत्नी प्रिया संक्रमित होकर उपचाराधीन हैं। ये कुछ मामलेे कोरोना संक्रमण के विस्तार के सारांश भर हैं। करीब 139 करोड़ के विशालकाय देश में न जाने ऐसे कितने मामले होंगे, जो दर्ज नहीं हुए होंगे अथवा मीडिया की सुर्खियां नहीं बन पाए होंगे! संक्रमण बीते एक सप्ताह के दौरान करीब 200 फीसदी बढ़ा है। रोजाना ऐसे मरीजों की संख्या 6 दिन में 6 गुना से ज्यादा बढ़ी है।
यह गति दुनिया के देशों में दर्ज किए जा रहे मामलों में सर्वाधिक है। औसतन राष्ट्रीय संक्रमण दर 5 फीसदी के करीब पहुंच चुकी है। इसे पार करते ही महामारी को ‘अनियंत्रित’ माना जाएगा। विशेषज्ञ चिकित्सक इसे ही ‘सामुदायिक संक्रमण’ की स्थिति मान रहे हैं। उन्होंने इसे ही ‘तीसरी लहर’ की शुरुआत आंका है। विशेषज्ञों के जीनोम सीक्वेंसिंग के विश्लेषणों के बाद आकलन हैं कि संक्रमण के मौजूदा चरण में करीब 86 फीसदी मामले ओमिक्रॉन स्वरूप के हैं।
डॉक्टर हल्के लक्षण, अस्पताल में भर्ती होने की दर, ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटिलेटर तक की नौबत, फेफड़ों में संक्रमण नहीं और कम मृत्यु-दर की स्थितियों को ‘अद्र्धसत्य’ करार दे रहे हैं। उन्होंने आगाह किया है कि 31 जनवरी, 2022 तक का इंतजार कर लें। हकीकत देश के सामने होगी। ओमिक्रॉन के अलग से आंकड़े देखें, तो उसके मरीज भी 2000 की संख्या छू रहे हैं। दुनिया भर में कोरोना वायरस के कुल संक्रमित मामले 8.30 लाख को पार कर चुके हैं। अमरीका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस सरीखे विकसित देशों में कोरोना की ‘उफनती लहर’ के हालात हैं, जबकि उन देशों में टीकाकरण के बाद ‘बूस्टर डोज’ भी दी जा रही है।
कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के मद्देनजर अहम जानकारी एम्स से आई है जो राहत देती नजर आ रही है। जिस तेजी से भारत में ओमिक्रोन के मामले आ रहे हैं उसपर एम्स के शोधकर्ता डॉक्टर संजय राय ने कुछ जरूरी बातें की हैं और ऐसा बहुत कुछ बताया है जो डर के इन क्षणों में राहत देता नजर आ रहा है। माना जा रहा है कि यह वेरिएंट लोगों में प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में सहायक हो सकता है। एम्स के रिसर्चर डॉ संजय राय के मुताबिक जिन्हें एक बार कोरोना हो गया है और वो ठीक हो गए हैं, वो सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं।
उन्हें वैक्सीन वालों की तुलना में ज्यादा प्रोटेक्शन है। वहीं उनका ये भी मानना है कि हमें ओमिक्रोन को लेकर बहुत ज्यादा टेस्ट करने में संसाधन बर्बाद नहीं करने चाहिए। इसका इस्तेमाल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में हो तो ज्यादा बेहतर है। ओमिक्रोन के तहत डॉक्टर राय का ये भी मानना है कि हम धीरे धीरे एंडेमिक स्टेज की तरफ बढ़ रहे हैं।
भारत बीती मई, 2021 में 4.41 लाख से ज्यादा केस रोजाना देख चुका है। हालांकि टीकाकरण और व्यापक स्तर पर संक्रमण झेलने के बाद भारतीयों में ‘हाईब्रिड इम्युनिटी’ मौजूद है। टीके कोरोना वायरस से लडने में सहायक साबित हुए हैं। प्रभाव का औसत अलग-अलग हो सकता है, लेकिन हमारे टीके वाकई ‘संजीवनी’ सिद्ध हुए हैं, लिहाजा अभी तक अस्पतालों में ज्यादातर बिस्तर खाली हैं और मौतें भी अभी तक कुल 118 ही हुई हैं। हम एक दिन में 4000 से ज्यादा मौतों के मंजर देख-झेल चुके हैं।
देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश ने कोरोना महामारी के प्रबंधन की तारीफ देश-दुनिया में हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना के बढ़ते केसों के मद्देनजर प्रबंधन की कमान अपने हाथों में ले ली है। यूपी में कोरोना गाइडलाइंस जारी हो गयी हैं। सरकार का पूरा जोर सामुदायिक संक्रमण न हो इस पर है। वहीं बच्चों के टीकाकरण का काम भी पूरी क्षमता से चलाया जा रहा है। राजधानी दिल्ली में संक्रमण दर 7 फीसदी तक पहुंचने को है।
हालात ‘संपूर्ण कफ्र्यू‘ के बन चुके हैं। पाबंदियां (Community Transmission) पहले से ही थोपी जा चुकी हैं। अब ‘आंशिक लॉकडाउन’ की प्रतीक्षा है। ऐसा नहीं है कि हल्के लक्षण होने के कारण ओमिक्रॉन के केस अस्पताल तक कम जाएंगे। डॉक्टरों का आकलन है कि यदि जनवरी-फरवरी में संक्रमित मामलों की संख्या 4-5 लाख रोजाना तक पहुंच गई, तो अस्पतालों में हररोज 25-50,000 बिस्तरों की आवश्यकता पड़ेगी। अनुपात में दबाव आईसीयू और वेंटिलेटर पर भी पड़ेगा। वह स्थिति सामान्य नहीं होगी।