खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 के तहत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी (Committee Managers Strike) का कार्य गौरेला–पेंड्रा–मरवाही जिले में बिना किसी रुकावट के जारी है। हड़ताल पर गए सभी समिति प्रबंधक और कंप्यूटर ऑपरेटर ड्यूटी पर लौट आए हैं, जिसके बाद जिले के सभी धान उपार्जन केंद्रों में खरीदी प्रक्रिया पूरी तरह निर्बाध और सुचारू रूप से संचालित हो रही है।
जिला खाद्य अधिकारी जीपीएम श्वेता अग्रवाल ने बताया कि राज्य शासन द्वारा निर्धारित उपार्जन नीति के अनुसार सभी केंद्रों में धान एवं मक्का खरीदी व्यवस्थित रूप से प्रारंभ हो चुकी है। धान खरीदी में लगे अधिकारी- कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर्स द्वारा आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे पूरी प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी, सरल और प्रभावी बनी है।
जिले के सभी उपार्जन केंद्रों में गुणवत्तापूर्ण बारदाना उपलब्ध कराया गया है। उपार्जन व्यवस्था का पूर्ण कम्प्यूटरीकरण, किसानों को डिजिटल माध्यम से समयबद्ध भुगतान, धान के सुरक्षित भंडारण और तेज परिवहन के लिए सभी प्रक्रियाएँ सुदृढ़ की गई हैं। किसानों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पेयजल, शौचालय, छाया और बैठने की व्यवस्था भी प्रत्येक केंद्र में सुनिश्चित की गई है।
इस वर्ष धान का समर्थन मूल्य धान कॉमन 2369 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए 2389 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। राज्य शासन किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी कर वास्तविक लाभ दे रहा है। खरीफ विपणन वर्ष 2025–26 के अंतर्गत नगद और लिंकिंग दोनों प्रकार से धान खरीदी 15 नवंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक संचालित की जाएगी। उपलब्ध सुविधाओं और बेहतर प्रबंधन के चलते जिले में धान खरीदी व्यवस्था पहले की तुलना में अधिक पारदर्शी, प्रभावी और किसान-हितैषी बन गई है।

