रायपुर/नवप्रदेश। Collectors Conference : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में कलेक्टर्स कांफ्रेंस गुरुवार को रायपुर के सर्किट हाउस में शुरू हुई है। इस दौैरान सीएम ने छत्तीसगढ़ में कानून-व्यवस्था को लेकर नई रणनीति बनाने के साथ धान खरीदी व अन्य विषयों को लेकर सभी जिलों के कलेक्टर व एसपी से चर्चा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर कांफ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए ग्रास रूट पर मूलभूत प्रशासन पर अधिकतम ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मंत्रालय से लिए गए निर्णय को धरातल पर पहुंचाने का बीड़ा जिला प्रशासन पर है। इसकी समीक्षा आंकड़ों से नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के नागरिकों को इन योजनाओं से पहुंचे प्रत्यक्ष लाभ से प्रदर्शन का आंकलन किया जाएगा। इसके लिए अधिकारी ऑफिस के कुर्सी पर बैठकर नहीं बल्कि धरातल पर जाकर करें।
बैठक में चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन, डीजीपी डीएम अवस्थी, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी.पिल्ले, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू सहित प्रमुख सचिव, विभिन्न विभागों के सचिव, कमिश्नर, जिलों के कलेक्टर (Collectors Conference) तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हैं।
राजस्व पर ध्यान देने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व प्रशासन के कार्य सीधे तौर पर किसानों, नागरिकों से जुड़े हुए हैं। जिला प्रशासन इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दे। शासन और प्रशासन के मध्य परस्पर संवाद आवश्यक है, इसीलिए आज हम सब यहां एक परिवार की भांति उपस्थित हैं। कोविड महामारी में प्रशासन ने बहुत बेहतर ढंग से कार्य किया है। आज छतीसगढ़ की अभिनव परियोजनाओं के कारण छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा देश में हो रही है।
खराब प्रदर्शन करने वालों की छुट्टी की संभावनाएं
नए सर्किट हाउस में चल रही इस बैठक में राज्य के सभी 28 जिलों के कलेक्टरोंं के साथ मुख्य सचिव व मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर मौजूद हैं। बैठक में राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना के क्रियांवनय की विशेष रूप से समीक्षा होगी। साथ ही धान खरीदी की तैयारी भी मुख्यमंत्री कलेक्टरों से सवाल करेंगे। इस लिहाज से बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बैठक (Collectors Conference) शाम करीब पांच बजे तक चलने की उम्मीद है। चर्चा है कि खराब प्रदर्शन करने वाले कुछ कलेक्टर्स की छुट्टी भी हो सकती है। बैठक में शामिल होने के लिए बस्तर और सरगुजा संभाग के कलेक्टर और संभागाआयुक्त एक दिन पहले ही रायपुर पहुंच गए थे। बाकी कलेक्टर्स गुरुवार की सुबह पहुुंचे हैं।