प्रदेश में बढ़ती (Cold Wave Alert) ठंड और शीतलहर को देखते हुए आमजन की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने महत्वपूर्ण एहतियाती दिशानिर्देश जारी किए हैं। विभाग ने कहा कि शीतलहर के दौरान लोग अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और (Winter Precautions) यात्रा से यथासंभव बचें। ठंड से बचाव के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनना और शरीर को गर्म रखने के लिए गर्म तरल पदार्थों का सेवन बेहद जरूरी है।
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि यदि किसी व्यक्ति को अत्यधिक कंपकंपी, उंगलियों में पीलापन या सफेदपन, सुन्नता या रक्त संचार रुकने जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें। बच्चों और बुजुर्गों को (Health Department Advisory) इस मौसम में अतिरिक्त सुरक्षा की जरूरत होती है, क्योंकि वे ठंड से जल्दी प्रभावित होते हैं।
अधिकारियों ने आगाह किया कि कई लोग ठंड से बचने के लिए बंद कमरे में कोयला जलाकर आग तापते हैं, जबकि यह तरीका बेहद खतरनाक है। कोयले से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस जहरीली होती है और कई मामलों में जानलेवा साबित हुई है। इसलिए खुले स्थान पर ही आग तापने की सलाह दी गई है।
हाइपोथर्मिया के मामलों में शरीर का तापमान तेजी से गिरता है। ऐसे में व्यक्ति को तुरंत गर्म जगह पर लेटाएं, कंबल ओढ़ाएं और गर्म कपड़ों से ढंककर शरीर का तापमान सामान्य करने की कोशिश करें। हाइपोथर्मिया के प्रमुख लक्षणों में लगातार कंपकंपी, धीमी सांसें, बोलने में कठिनाई, मांसपेशियों में जकड़न, भ्रम की स्थिति और अत्यधिक कमजोरी शामिल हैं। गंभीर अवस्था में व्यक्ति अचेत भी हो सकता है, जिसमें तुरंत चिकित्सा मदद जरूरी है।
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि बढ़ती (Chhattisgarh Weather Update) ठंड और शीतलहर के बीच सावधानी बरतें, मौसम के अनुरूप वस्त्र पहनें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

