cold: प्रतिदिन थोड़े खजूर खाने के बाद चार-पांच बूंट पानी पीने से कफ पतला होकर बाहर निकलता है, फेफड़े साफ होते हैं और सर्दी-जुकाम दूर होने से स्वास्थ्य प्राप्ति होती है। चार भाग देशी चीनी में एक भाग सेंधा नमक मिलाकर रात को सोने से पहले गुनगुने पानी या गर्म दूध के साथ यह चूर्ण (आधा चम्मच) फांक लें।
जुकाम (Cold) से पूर्ण रूप से छुटकारा मिल जाएगा। 10 ग्राम अजवाइन को एक स्वच्छ कपड़े की पोटली में बांधकर तवे पर हल्का गरम करके बार-बार सूंघने से छाती में जमा हुआ सारा बलगम बाहर निकल जाता है।
लगभग 130-140 ग्राम धनिया कूटकर 500 मिली. पानी में उबाल लें। जब चौथाई पानी शेष रह जाए तो छानकर उसमें 125 ग्राम मिर्ची डालकर उसे और गरम करें। गाढ़ा हो जाए तो उसे उतारकर चटनी की तरह चाटें। यह प्रयोग निरंतर एक महीने तक करने से पुराने से पुराना जुकाम भी ठीक हो जाता है और सारा बलगम बाहर निकल जाता है।
काली मिर्च का चूर्ण दही व गुड़ के साथ रोज सुबह-शाम खाने में दीर्घकालीन जुकाम (Cold) दूर हो जाता है। गर्म दूध में काली मिर्च का चूर्ण डालकर पीने से भी जुकाम व खांसी दूर हो जाती है। हरी मिर्च को पीसकर उसमें जरा-सा नमक मिलाकर रोटी के एक कौर के साथ सेवन करें। तेज हरी मिर्च का सेवन करने से आंखों में पानी बहने लगेगा और उसकी उष्मा से गला साफ हो जाएगा।
- हल्दी और दूध गर्म कर उसमें गुड़ मिलाकर पीने से जुकाम, कफ व शरीर दर्द से राहत मिलती है।
- एक बड़ा चम्मच अजवाइन थोड़े से सेंधा नमक के साथ मिलाकर गुनगुने पानी के साथ फांक लेने से जुकाम से मुक्ति मिल जाती है।
- हींग का घोल बनाकर बार-बार सूंघने से नाम में जमा बलगम बहने लगेगा और कुछ ही दिनों में रोगी पूर्ण स्वस्थ हो जाते हैं।
- रात को सोते समय दोनों कानों में रोई के हल्के गरम तेल की दो-तीन बूंद डालकर रूई का फाहा डाल दें।
- हींग के घोल का लेप नाक के पास और छाती पर करें। इस प्रयोग से भी जुकाम शांत होगा। इस घोल को पैर के तलुओं पर भी मल सकते हैं।
- पीपल के सूखे पत्ते में थोड़ी अजवाइन भरकर बीड़ी सिगरेट की तरह उसका कश खीचने से पुराने से पुराना जुकाम भी ठीक हो जाता है।
- -गुड़ की डली के बीच जरा-सी पिसी हुई हींग और दो-चार काली मिर्च डालकर गोली बना लें। इस गोली को सुबह-शाम सेवन करें।
- -अभ्रक भस्म 125 मिग्रा. मधु मिलाकर सुबह-शाम चाट कर खिलाने से जुकाम नष्ट होता है।
- अजवायन चूर्ण को पान के पत्तों के साथ खाने में जुकाम से मुक्ति मिलती है।
- तीव्र जुकाम होने पर प्रवालपिष्टी और चंद्रमृत रस दोनों 250 मिग्रा. और सितोपलादि चूर्ण 3 ग्राम मात्रा में मिलाकर मधु मिलाकर चाटने से जुकाम शीघ्र नष्ट होता है। सुबह, दोपहर और शाम को तीन बार सेवन कराएं।
- महालक्ष्मी विलास रस की एक गोली खरल में पीसकर अदरक के रस के साथ मधु मिलाकर देने से प्रतिश्याय नष्ट होता है। दिन में तीन बार सेवन करें।
- कफकेतु रस 200 मिग्रा. मात्रा को मधु और अदरक के रस के साथ दिन में दो बार (सुबह-शाम) सेवन कराने से जुकाम का निवारण होता है।
-हरे ताजे नकछिकरी के पत्तों को मसलकर सूंघने से बंद नाक खुल जाने के साथ जुकाम में भी लाभ होता है।
-शृंग भस्म 125 मिग्रा मात्रा में अदरक का रस और मधु मिलाकर सुबह-शाम चाटकर खाने से जुकाम नष्ट होता है।
कफचिंतामणि रस की गोली पीसकर अदरक के रस के साथ सुबह-शाम चाटकर खाने से जुकाम (Cold) नष्ट होता है। कफकुठार रस की एक गोली खरल में पीसकर अदरक के रस और मधु के साभी सेवन करने से जुकाम और खांसी नष्ट होती है। सुबह शाम सेवन करें।
नोट : यह उपाय इंटरनेट के माध्यम से संकलित हैं कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करके ही उपाय करें।