रांची, नवप्रदेश। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि पर्यावरण सुरक्षित रहेगा, तभी हमारा अस्तित्व रहेगा, लेकिन आज विकास की अंधी दौड़ में जो पैमाने तय किए जा रहे हैं, वहां पर्यावरण पूरी तरह हाशिये पर है। अगर आज हम नहीं चेते तो आने वाली पीढ़ी को इसका खतरनाक अंजाम भुगतना (CM Soren And Arjun Munda) होगा।
इसलिए पर्यावरण संरक्षण में हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। सीएम रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित 10 दिवसीय पर्यावरण मेला के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
पद्म विभूषण तीजन बाई सम्मानित
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पांडवानी कला की विख्यात लोक कलाकार पद्म विभूषण तीजन बाई को सम्मानित किया। इस मौके पर अपनी पेंटिंग्स के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाले रामानुज शेखर और पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने वाले पंचम चौधरी को सम्मानित (CM Soren And Arjun Munda) किया।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने मेला परिसर का भ्रमण किया और मेले की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि इस तरह का आयोजन युगांतर भारती के माध्यम से किया गया है। हम सभी ने संकल्प लिया है स्वच्छ भारत का और इस स्वच्छ भारत के मूल में प्रकृति, पर्यावरण और जीव का अन्योश्राय संबंध (CM Soren And Arjun Munda) है।
जब हम प्रकृति के बारे में संगोष्ठी करते हैं, प्रकृति के बारे में चर्चा करते है तो हमें इसका स्वयं आकलन करना चाहिए कि हमें प्रकृति संरक्षण के प्रति कितने सचेत हैं, कितने सचेष्ट है।
वैदिक काल से ही हमारे पूर्वजों ने, हमारे ऋषि-मुनियों ने, मनीषियों ने, हमारे शास्त्रों ने हमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति आगाह किया है, हमें प्रकृति से जुड़ने, उनके साथ सहचर संबंध बनाने के लिए सदैव प्रेरित किया है। हम उस पक्ष को भूलते जा रहे हैं, जिससे हमारा अस्तित्व जुड़ा हुआ है।
नदियों को गंदा करने वालों को रोका जाए
पर्यावरण मेले के संरक्षक एवं विधायक सरयू राय ने कहा कि दुनियाभर में पर्यावरण पर चर्चा हो रही है। ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज की बात हर घर में हो रही है। भारत सरकार नदियों को साफ करने में बहुत पैसा खर्च करती है पर नदी अपने आप को खुद ही बरसात में साफ कर लेती है, जो गंदा कर रहे हैं उनको रोके। जीरो डिस्चार्ज की वजह से दामोदर स्वच्छ हुआ. सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगने से दामोदर शत-प्रतिशत स्वच्छ हो जाएगा।
ऐसे आयोजन से पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा और अधिक बल
समापन समारोह के अतिविशिष्ट अतिथि विधान सभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने कहा कि झारखण्ड की मूल संस्कृति पर्यावरण संरक्षण पर आधारित है। जिसमें हर आचार-व्यवहार यहां तक कि पूजा विधि में भी हमलोग सबके कल्याण की बात करते हैं। सबके कल्याण से मेरा अर्थ केवल मानव जाति का कल्याण नहीं बल्कि पशु-पक्षी, पेड़-पौधे सबका कल्याण है।
हमारे पर्व-त्यौहार चाहे सरहुल, बाहा, करमा आदि सभी प्रकृति की उपासना पर ही आधारित है। वर्तमान युग में जब जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग से पूरी दुनिया त्रस्त है, ऐसे में इन आयोजनों से पर्यावरण संरक्षण को और अधिक बल मिलेगा।
इनकी रही अहम भूमिका
इस मेले को सफलता के साथ सम्पन्न कराने में सचिव अंशुल शरण, संयोजक डॉ. एम.के. जमुआर, सह संयोजक आशीष शीतल मुण्डा, डॉ ज्योति प्रकाश, निरंजन कुमार सिंह, खादी बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जयनन्दु, धर्मेंन्द्र तिवारी, निरजंन कुमार सिंह, बीरेन्द्र कुमार सिंह, मनोज सिंह, शिवानी लता, सत्यम कुमार, रोहित राज,
अविनाश कुमार, अमित कुमार के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक, युगांतर भारती के पवन कुमार, मुकेश सिंह, ब्रजेश शर्मा, पवन सिंह, मुकेश कुमार, दीपांकर कर्मकार, अंगद मुण्डा, बजरंग कुमार, माधुरी कुमारी, पुष्पा टोपनो की महत्वपूर्ण भूमिका रही. धन्यवाद ज्ञापन आशीष शीतल मुण्डा ने किया एवं मंच संचालन शशि ने किया।