देवघर, नवप्रदेश। खतियानी जोहार यात्रा के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने दो दिवसीय दौरे के तहत गुरुवार की देर रात देवघर पहुंचे। शुक्रवार सुबह उन्होंने सबसे पहले बाबा भोले के दरबार में माथा टेका।
बाबा मंदिर में वह करीब 15 मिनट तक रहे। मंदिर पहुंचने पर सबसे पहले उन्हें बाबा मंदिर के मंझलाखंड में उनके पुरोहित मार्केंडय मठपति द्वारा संकल्प कराया गया।
उसके बाद वह सीधे बाबा का दर्शन करने पहुंचे। बाबा दरबार से बाहर निकलने के बाद प्रशासनिक भवन के पास कुछ क्षण के लिए वह रुके और वहां उपायुक्त ने उन्हें बाबा भोले की एक प्रतीक चिन्ह भेंट की।
इस दौरान उनके साथ राजमहल के सांसद विजय हांसदा, महगामा विधायक दिपीका पांडेय सिंह भी पूजा करने बाबा मंदिर पहुंचे थे। साथ में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री, एसपी सुभाष चंद्र जाट व अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर बाबा मंदिर में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। वर्दी व सादे लिबास में पुलिस कर्मियों के अलावा खुफिया विभाग के कर्मी पूरी तरह से मुस्तैद नजर आए।
हर जगह पुलिस कर्मी तैनात थे। मुख्यमंत्री के लिए विशेष सुरक्षा घेरा बनाया गया था। लोग मुख्यमंत्री की एक झलक पाने को काफी आतुर नजर आए।
मुख्यमंंत्री के आगमन को लेकर मंदिर परिसर में विशेष कालीन बिछाया गया था। हालांकि इस दौरान पंडा धर्मरक्षिणी सभा का कोई भी पदाधिकारी वहां नजर नहीं आया। उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री से सभा के प्रतिनिधि मिलकर एक ज्ञापन सौंपेंगे।
लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। यहां से निकलने के बाद वे सीधे परिसदन के लिए रवाना हो गए। वहां एक उच्चस्तरीय बैठक में भाग लेने के बाद वे आर मित्रा मैदान में आयोजित होने वाले सभा में भाग लेंगे। इसको लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री ने बाबा मंदिर में करीब 15 मिनट का समय गुजारा। इस दौरान उन्होंने किसी से कोई बात नहीं की।